Lockdown in Gorakhpur : कमिश्नर ने कहा-मेडिकल कॉलेज आइसोलेशन वार्ड में बढ़ाएं जाएं 20 वेंटीलेटर Gorakhpur News
कमिश्नर के साथ डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन व एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उन्होंने आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया।
गोरखपुर, जेएनएन। कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में 20 वेंटीलेंटर और बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के लक्षण जिस भी मरीज में मिलें, अनिवार्य रूप से सैंपल लिया जाए।
आइसोलेशन वार्ड का किया निरीक्षण
कमिश्नर के साथ डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन व एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उन्होंने आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया। प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि 200 बेड के आइसोलेशन वार्ड में 20 वेंटीलेटर की भी सुविधा है। कमिश्नर ने 20 और वेंटीलेटर बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने डॉक्टरों के साथ बैठक कर मरीजों के बेहतर इलाज का निर्देश दिया।
संदिग्धों का अनिवार्य रूप से लिए जाएं सैंपल
पिछले दिनों आइसोलेशन वार्ड में भर्ती दो मरीजों की मौत होने और उनके सैंपल नहीं लिए जाने के बारे में पूछा और सख्त हिदायत दी कि अब जिस भी मरीज में कोरोना संक्रमण के लक्षण नजर आएं, अनिवार्य रूप से उनका सैंपल लिया जाए। इसके बाद वह रेलवे स्टेशन पर रेलवे की ओर से बनाए गए कोरोना मरीजों के लिए कोच तथा वहां की व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने रेलवे अस्पताल का भी निरीक्षण किया।
अस्पतालों में हैं इलाज के मुकम्मल इंतजाम
सभी सरकारी अस्पतालों में इलाज के मुकम्मल इंतजाम हैं। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। एंबुलेंस सेवा 24 घंटे कार्य कर रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ. श्रीकांत तिवारी ने कहा कि जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड व कोविड-19 के चरगांवां के 30 बेड अस्पताल को ही कोरोना संक्रमितों के लिए आरक्षित किया गया है। अन्य प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक सीमित स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जा रही हैं। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात स्वास्थ्यकर्मियों को अलग-अलग बैच में शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए प्रशिक्षित किया जा रहा है। महानिदेशक, परिवार कल्याण डॉ. बद्री विशाल ने कहा है कि कोरोना संक्रमितों के लिए आरक्षित अस्पतालों को छोड़कर अन्य अस्पतालों में आकस्मिक स्वास्थ्य सेवाएं एवं फार्मेसी सुविधा, लेबर रूम और डिलीवरी सेवाएं, आकस्मिक प्रसव पूर्व सेवाएं, प्रसव के बाद की देखभाल और बीमार नवजात शिशु देखभाल इकाइयां (एसएनसीयू), फालोअप क्लीनिक चल रहे हैं। इन सेवाओं को स्थगित नहीं किया गया है। कोविड-19 लक्षणों वाली गर्भवती महिलाओं की देखभाल प्राथमिकता पर अलग से करने के निर्देश दिए गए हैं।