सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, दया और दान भारतीय संस्कृति की पहचान
गोरखपुर में एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा समाज के वंचित, गरीब और लाचार लोगों के लिए समृद्ध लोग आगे आ जाएं, यही सभ्य समाज की निशानी है।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 03 Jan 2019 01:26 PM (IST)Updated: Thu, 03 Jan 2019 02:50 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा समाज के वंचित, गरीब और लाचार लोगों के लिए समृद्ध लोग आगे आ जाएं, यही सभ्य समाज की निशानी है। इसके लिए दया और दान की प्रवृत्ति अपने अंदर विकसित करनी होगी जो भारतीय संस्कृति की पहचान है। मुख्यमंत्री गुरुवार को महाराणा प्रताप इंटर कालेज के प्रांगण में स्व. ओमलता देवी शाह की पुण्यतिथि पर आयोजित कंबल और ऊनी वस्त्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दान-पुण्य की परंपरा हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही है। कुंभ की लोकप्रियता भी इसी से जुड़ी है। कन्नौज के प्रतापी राजा हर्षवर्धन को याद करते हुए योगी ने कहा कि जब उन्होंने कुंभ को दान-पुण्य से जोड़ा तो इस आयोजन की भव्यता बढ़ता गई, साथ ही लोकप्रियता को भी नया आयाम मिला। उन्होंने आर्थिक रूप से सक्षम लोगों का आह्वान किया कि वह गरीब, शोषित, वंचित की मदद के लिए आगे आएं। यदि सभी सक्षम लोग अपने इस दायित्व को समझेंगे तो न कोई भूखा सोएगा और न किसी को दुख होगा। ऐसा करके ही रामराज्य की कल्पना साकार हो सकेगी।
संबोधन के क्रम में मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश सरकार द्वारा गरीब, वंचित और विकलांगों के लिए चलाई जा रही वृद्धावस्था, निराश्रित महिला और दिव्यांग पेंशन योजना का भी जिक्र किया। कहा कि सरकार इस पेंशन योजनाओं से हर जरूरतमंद को आच्छादित करने का प्रयास पूरी शिद्दत से कर रही है। संबोधन के बाद प्रतीक के तौर पर मुख्यमंत्री ने पांच जरूरतमंद लोगों को अपने हाथ से कंबल का वितरण किया। कार्यक्रम का संचालन आत्रेय शुक्ल ने किया। इस अवसर पर विधायक विपिन सिंह व विमलेश पासवान, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र दत्त शुक्ल, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, महानगर अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव, कालीबाड़ी के महंत रवींद्र दास, टीपी शाही, अरुणेश शाही आदि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दान-पुण्य की परंपरा हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही है। कुंभ की लोकप्रियता भी इसी से जुड़ी है। कन्नौज के प्रतापी राजा हर्षवर्धन को याद करते हुए योगी ने कहा कि जब उन्होंने कुंभ को दान-पुण्य से जोड़ा तो इस आयोजन की भव्यता बढ़ता गई, साथ ही लोकप्रियता को भी नया आयाम मिला। उन्होंने आर्थिक रूप से सक्षम लोगों का आह्वान किया कि वह गरीब, शोषित, वंचित की मदद के लिए आगे आएं। यदि सभी सक्षम लोग अपने इस दायित्व को समझेंगे तो न कोई भूखा सोएगा और न किसी को दुख होगा। ऐसा करके ही रामराज्य की कल्पना साकार हो सकेगी।
संबोधन के क्रम में मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश सरकार द्वारा गरीब, वंचित और विकलांगों के लिए चलाई जा रही वृद्धावस्था, निराश्रित महिला और दिव्यांग पेंशन योजना का भी जिक्र किया। कहा कि सरकार इस पेंशन योजनाओं से हर जरूरतमंद को आच्छादित करने का प्रयास पूरी शिद्दत से कर रही है। संबोधन के बाद प्रतीक के तौर पर मुख्यमंत्री ने पांच जरूरतमंद लोगों को अपने हाथ से कंबल का वितरण किया। कार्यक्रम का संचालन आत्रेय शुक्ल ने किया। इस अवसर पर विधायक विपिन सिंह व विमलेश पासवान, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र दत्त शुक्ल, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, महानगर अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव, कालीबाड़ी के महंत रवींद्र दास, टीपी शाही, अरुणेश शाही आदि मौजूद रहे।
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