विकास की राह पर तेजी से दौड़ रहा गोरखपुर, आठ महीने में मिली 4000 करोड़ की परियोजनाएं- CM योगी ने दिया यह तोहफा
मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही योगी आदित्यनाथ गोरखपुर को संवारने में लगे हैं। पिछले आठ माह में ही गोरखपुर जिले में 4000 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास/लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों हुआ है। ऐसे में सड़क नाली सीवरेज की परियोजनाओं से बदलाव आएगा।
गोरखपुर, उमेश पाठक। कभी हर क्षेत्र में उपेक्षा का शिकार रहा गोरखपुर अब विकास के पथ पर सरपट दौड़ रहा है। वर्ष 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद शुरू हुआ यह सिलसिला लगातार जारी है। वर्ष 2022 के आठ महीनों में ही इस जिले को संवारने के लिए चार हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात मिली है। इन परियोजनाओं से महानगर में यातायात और सीवरेज के क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिलेंगे। मुख्यमंत्री के हाथों शिलान्यास होने के बाद इनके निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
ढांचागत विकास पर दिया जा रहा जोर
गोरखपुर में खाद कारखाना, एम्स शुरू होने के बाद अब ढांचागत विकास पर जोर दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने ट्रांसपोर्टनगर से पैडलेगंज तक सिक्स लेन फ्लाईओवर की सौगात देकर इस मार्ग पर जगह-जगह लगने वाली जाम की समस्या को खत्म करने का स्थाई उपाय कर दिया है। इसके साथ ही सीवरेज की समस्या को दूर करने के लिए एक हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं संचालित हो रही हैं।
दूर होगी जलभराव की समस्या
शहर के 60 प्रतिशत हिस्से में जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए गोड़धाेईया नाला को पक्का बनाने की परियोजना को भी हरी झंडी मिल चुकी है। इस साल जनवरी महीने में मुख्यमंत्री ने लोकार्पण व शिलान्यास का एक कार्यक्रम में शिरकत की थी। उसके बाद आचार संहिता व सरकार गठन के कारण अप्रैल तक कोई कार्यक्रम नहीं हो सका था। मई से विकास कार्यों का सिलसिला एक बार फिर शुरू हुआ, वह आज भी जारी है।
गोड़धोइया नाला परियोजना पर खर्च होंगे 1700 करोड़ रुपये
जिन चार हजार करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण शिलान्यास किया गया है, उसमें गोड़धोइया नाला भी शामिल है। पहले चरण में 474 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इस परियोजना के तहत पुलों-पुलियों के निर्माण एवं सीवरेज व्यवस्था को भी शामिल किया गया है। जमीन अधिग्रहण में दिए जाने वाले मुआवजे व अन्य खर्चों को मिलाकर इस योजना पर 1700 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इस पूरी परियोजना पर खर्च होने वाली धनराशि को शामिल करें तो विकास परियोजनाओं का लागत पांच हजार करोड़ से अधिक हो जाएगी।
इन प्रमुख परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण शिलान्यास
- सात जनवरी 2022 को 68 करोड़ रुपये की लागत वाली 20 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास
- 15 मई से 26 सितंबर तक विभिन्न विभागों की 470.55 करोड़ रुपये लागत की 234 परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया। इनमें ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, गोरखपुर विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम आदि कार्यदायी संस्थाओं द्वारा यहां निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं।
- 18 अक्टूबर 2022 को नगर निगम की 215.97 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण। जीडीए के 62.84 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास।
- 19 अक्टूबर को 2.12 करोड़ रुपये से बने नगर पंचायत कस्बा संग्रामपुर उर्फ उनवल के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण। 20.27 करोड़ रुपये की लागत वाली उनवल बाईपास सड़क का लोकार्पण।
- 24 अक्टूबर को वनटांगिया गांव से जिले की अलग अलग ग्राम पंचायतों के लिए 80 करोड़ रुपये के 288 विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण।
- 27 नवंबर को वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कालेज में 1822 करोड़ रुपये की चार प्रमुख परियोजनाओं का शिलान्यास।
- 30 नवंबर 2022 को गीडा के स्थापना दिवस समारोह में 260 करोड़ रुपये के 49 विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण।
- चार दिसंबर 2022 को महंत दिग्विजयनाथ पार्क में आयोजित कार्यक्रम में 950 करोड़ लागत की चार महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा गोरखपुर के विकास के लिए विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया है। शिलान्यास की गई परियाजनाओं पर जल्द ही काम शुरू करा दिया जाएगा और समय से उसे पूरा किया जाएगा।