मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के हर आवेदन की हो रही जांच, लाभ के लिए शादीशुदा लोग करा रहे थे पंजीकरण
गोरखपुर में 29 नवंबर को आयोजित होने वाले सामूहिक विवाह योजना के तहत आवेदन किए जा रहे हैं। पिछले दिनों तथ्यों को छिपाकर कुछ शादीशुदा जोड़े ने भी लाभ के लिए आवेदन कर दिया। दैनिक जागरण में इसको लेकर खबर प्रकाशित होने के बाद सतर्कता बढ़ा दी गई है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आयोजित होने वाले सामूहिक विवाह कार्यक्रम में तथ्य छिपाकर आवेदन करने के मामले सामने आने के बाद समाज कल्याण विभाग ने सतर्कता और बढ़ा दी है। आवेदन आने पर मौके पर ही जांच कर ली जा रही है। उसके बाद ही आवेदन स्वीकार किया जा रहा है। दैनिक जागरण में 23 नवंबर के अंक में शादीशुदा लोगों द्वारा भी आर्थिक लाभ के चक्कर में तथ्य छिपाकर आवेदन करने से जुड़ी खबर प्रकाशित होने के बाद विभाग ने सतर्कता और बढ़ाई है।
28 नवंबर को आयोजित होगा कार्यक्रम
विभाग द्वारा 28 नवंबर को जनपद स्तर पर सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसमें एक हजार जोड़ों का विवाह कराया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह 10 से 11 बजे तक इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। सामूहिक विवाह के लिए चल रहे पंजीकरण में आवेदन पत्रों की जांच के दौरान कई ऐसे मामले सामने आए, जिसमें शादीशुदा लोगों ने आवेदन किया था। उन्होंने शादी का तथ्य छिपा लिया था। विभाग के सत्यापन में मामला पकड़ा भी गया। दैनिक जागरण ने इस तरह के आवेदनों पर खबर प्रकाशित की तो विभाग ने सतर्कता और बढ़ाते हुए आवेदन लेते समय ही जांच करनी शुरू कर दी। इससे किसी गलत आवेदन के स्वीकृत होने की संभावना समाप्त हो गई।
अधिकारियों की लगाई गई ड्यूटी
सामूहिक विवाह के आयोजन को लेकर तेजी से तैयारियां चल रही हैं। जिलाधिकारी ने विभिन्न अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी है। जिला विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। जिला समाज कल्याण अधिकारी (विकास) व जिला प्रोबेशन अधिकारी मंच की व्यवस्था देखेंगे। सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था की जिम्मेदारी एसएसपी द्वारा नामित अधिकारी द्वारा की जाएगी। स्वास्थ्य से जुड़ी व्यवस्था सीएमओ द्वारा नामित अधिकारी देखेंगे।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि सामूहिक विवाह के लिए आए गए आवेदनों की सघनता से जांच की जा रही है। तथ्य छिपाकर आवेदन करने वालों के आवेदन निरस्त कर दिए जा रहे हैं। आवेदन मौके पर ही जांचे जा रहे हैं।