गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में अब वंशवाद नहीं विकासवाद की सरकार है। पूर्ववर्ती सरकारों ने विकास के नाम पर न सिर्फ धन का बंदरबांट किया बल्कि यूपी का विकास अवरुद्ध कर इसे समस्याग्रस्त प्रदेश बना दिया था। इंसेफेलाइटिस व खाद कारखाना बंदी की समस्या पिछली सरकारों की ही देन थी। प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद यहां की जनता को वंशवाद व जातिवाद करने वाली सरकारों से मुक्ति मिल गई है।
अक्टूबर में जनता को समर्पित होगा खाद कारखाना
मुख्यमंत्री शुक्रवार को गोरखपुर खाद कारखाना परिसर में उप मुख्यमंत्री डा.दिनेश शर्मा की मौजूदगी में सैनिक स्कूल समेत 187.51 करोड़ रुपये की लागत वाली 16 परियोजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 1990 में खाद कारखाना बंद हो जाने के बाद 26 साल तक केंद्र व पिछली राज्य सरकारों ने यहां के खाद कारखाने की सुधि नहीं ली। 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका नए सिरे से शिलान्यास किया। अब खाद कारखाना लगभग बनकर तैयार है। कुछ औपचारिकताएं पूरी होने के बाद इसे अक्टूबर में जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। इससे नौजवानों को नौकरी व किसानों को सस्ती खाद मिलेगी। इसी परिसर में सैनिक स्कूल बन रहा है। इसी परिसर में देश की सीमाओं की सुरक्षा में लगी एसएसबी का मुख्यालय है। एक केंद्रीय विद्यालय भी है। पीएसी की महिला बटालियन स्थापित हो रही है। वर्षों से उपेक्षित रहा यह परिसर अब चहल पहल का केंद्र है।
सैनिक स्कूल से बड़ा फायदा
वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूमि पूजन कर विद्यालय की आधारशिला रखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिक स्कूल गोरखपुर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यहां पढऩे वाले विद्यार्थियों को देश के कई क्षेत्रों में आगे बढऩे, उच्च पदों पर सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। यहां के सैनिक स्कूल में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूलों का अपना इतिहास है। प्रदेश में पहला सैनिक स्कूल 1960 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डा.संपूर्णानंद ने लखनऊ में स्थापित किया था। कारगिल विजय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले परमवीर चक्र विजेता शहीद कैप्टन मनोज पांडेय ने भी इसी सैनिक स्कूल से शिक्षण प्रशिक्षण प्राप्त किया था। 2017 में जब यूपी में हमारी सरकार आई तो लखनऊ सैनिक स्कूल का नामकरण शहीद कैप्टन मनोज पांडेय के नाम पर कर दिया।
उत्तर प्रदेश में कोई असहाय नहीं
कोरोना से अपनों को खोने वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनके रहते उत्तर प्रदेश में कोई खुद को असहाय न समझे। कोरोना से निराश्रित हुए बच्चों के भरण-पोषण, पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू कर दी गई है। इसी तर्ज पर निराश्रित हुई माताओं-बहनों के लिए शीघ्र योजना आने जा रही है।