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CM का शिक्षण संस्‍थाओं को आनलाइन प्रवेश प्रक्रिया अपनाने का निर्देश Gorakhpur News

मुख्‍यमंत्री ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सभी शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थाओं के संस्थाध्यक्षों के साथ बैठक की और आनलाइन प्रवेश प्रक्रिया अपनाने का निर्देश दिया

By Satish ShuklaEdited By: Published: Mon, 08 Jun 2020 06:23 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jun 2020 06:23 PM (IST)
CM का शिक्षण संस्‍थाओं को आनलाइन प्रवेश प्रक्रिया अपनाने का निर्देश Gorakhpur News
CM का शिक्षण संस्‍थाओं को आनलाइन प्रवेश प्रक्रिया अपनाने का निर्देश Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि सभी संस्थाएं आन-लाईन प्रवेश की प्रक्रिया अपनाएं। शुल्क जमा करने से लेकर विद्यार्थी और अभिभावकों की आवश्यकताओं को तकनीक के आधार पर पूर्ण करने का प्रयत्न करें। विद्यालय का संचालन करने के उन तरीकों पर विचार करें जिससे छात्रों को शारीरिक दूरी एवं कोरोना से बचाव के सभी उपायों का पालन करते हुए उन्हें योग्यतम शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था करें। मुख्‍यमंत्री सोमवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सभी शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थाओं के संस्थाध्यक्षों की बैठक को संबंधित कर रहे थे। उन्‍होंने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना सेवा को साधना मानकर राष्ट्रीय पुर्ननिर्माण एवं सामाजिक परिवर्तन और परिवर्धन के लिए हुई है । शिक्षा परिषद की संस्थाओं का मूल्य उद्देश्य सामाजिक परिवर्तन और राष्ट्र के लिए समर्पित युवा खड़ा करना है।

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वैश्विक माहामारी के दौर में शिक्षा परिषद की संस्थाओं की जिम्मेदारी बढ़ी

उन्‍होंने कहा कि कोरोना की वर्तमान वैश्विक माहामारी के दौर में शिक्षा परिषद की संस्थाओं की जिम्मेदारी काफी बढ़ जाती है। शिक्षण संस्थाओं का काम वर्तमान चुनौतियों का सामना करते हुए अत्याधुनिक तकनीकों का प्रयोग करना तो है ही साथ ही सामाजिक जन-जागरण भी महत्वपूर्ण कार्य है। शिक्षा परिषद की सभी संस्थाएं अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का पालन करें। अपने विद्यार्थियों, अभिभावकों के माध्यम से कोरोना से बचाव के उपायों पर आम जनता को जागरूक करें। इस कार्य हेतु जन-जागरण अभियान भी चलाएं। उक्त बातें महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के प्रबंधक एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सभी शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थाओं के संस्थाध्यक्षों की बैठक में कही।

कोरोना की वर्तमान चुनौतियों और शिक्षा में किए जाने वाले अभिनव प्रयोगों पर बल

मुख्‍यमंत्री ने कोरोना की वर्तमान चुनौतियों और बदले युग में शिक्षा में किए जाने वाले अभिनव प्रयोगों पर बल दिया। उन्होने कहा कि संस्थाध्यक्ष अनेक नवाचारों का प्रयोग करें। अत्याधुनिक तकनीक उपयोग में लाएं। शारीरिक दूरी और कोरोना से बचाव संबंधित सभी उपायों को ध्यान में रखते हुए हम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की योजना बनाएं और उसे इस सत्र से लागू करें। संस्थाओं में साॅफ्टवेयर, एप सहित विविध तकनीक (जो विद्यार्थी को घर पर रहते ज्ञान प्रदान करने का माध्यम बन सकते हो) विकसित करें। हमें वर्तमान युग की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए ज्ञान-विज्ञान के अनेक नए-नए रास्ते सुझाने भी होंगे और अपनानें भी होंगे। उन्होनें सभी संस्थाध्यक्षों से संस्थाओं की पूर्ण जानकारी प्राप्त की। संस्थाओं की तरफ से किए गए समापयोगी कार्यो का विवरण जाना। शिक्षण-प्रशिक्षण हेतु किए जा रहे तकनीकों के उपयोग की जानकारी ली।

बैठक में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष पूर्व कुलपति प्रो. यूपी सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की सभी संस्थाएं अपने संस्थापको द्वारा तय किए गए उद्देश्यों को पूरा करने का पूर्ण प्रयत्न कर रही हैं। मुख्‍यमंत्री के निर्देशों को भी पूर्ण करेंगे। बैठक में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सदस्य रामजन्म सिंह, प्रेमथनाथ मिश्र तथा संस्थाध्यक्षों में डाॅ. एसपी सिंह, डाॅ. प्रदीप राव, प्रो. सुमित्रा सिंह, डाॅ. अरुण कुमार सिंह, सुश्री कृष्णा चटर्जी, पंकज कुमार, मनीष दूबे, डाॅ. हरेन्द्र यादव, केशव त्रिपाठी, श्रीमती सरिता सिंह, सुश्री डी.एस. अजिथा, श्रीमती वंदना त्रिपाठी, श्रीमती सपना सिंह, डाॅ. संजय त्रिपाठी, डाॅ. अरविन्द चतुर्वेदी, पाटेश्वरी सिंह, डाॅ. आरपी सिंह, डाॅ. बसंत नारायण सिंह सहित सभी संस्थाध्यक्ष उपस्थित थें।


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