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टॉप गोरखपुर न्यूज आफ द डे, 24 अगस्त 2019 : जनता दरबार में नहीं गए सीएम, अब गोरखपुर एम्स में होगा इंसेफ्लाइटिस व अन्य बीमारियों पर शोध, पिता ने बेटे को गोलियों से भून दिया, गन हाउस संचालक ने बनवाया था फर्जी लाइसेंस, ट्रेन में डुप्लीकेट टिकट रखकर चलते हैं रेलकर्मी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनता दरबार में नहीं गए बावजूद इसके एक सौ लोगों की समस्याओं को उन्होंने सुनी और निस्तारण का आश्वासन दिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Aug 2019 06:34 PM (IST)Updated: Tue, 27 Aug 2019 06:34 AM (IST)
टॉप गोरखपुर न्यूज आफ द डे, 24 अगस्त 2019 : जनता दरबार में नहीं गए सीएम, अब गोरखपुर एम्स में होगा इंसेफ्लाइटिस व अन्य बीमारियों पर शोध, पिता ने बेटे को गोलियों से भून दिया, गन हाउस संचालक ने बनवाया था फर्जी लाइसेंस, ट्रेन में डुप्लीकेट टिकट रखकर चलते हैं रेलकर्मी
टॉप गोरखपुर न्यूज आफ द डे, 24 अगस्त 2019 : जनता दरबार में नहीं गए सीएम, अब गोरखपुर एम्स में होगा इंसेफ्लाइटिस व अन्य बीमारियों पर शोध, पिता ने बेटे को गोलियों से भून दिया, गन हाउस संचालक ने बनवाया था फर्जी लाइसेंस, ट्रेन में डुप्लीकेट टिकट रखकर चलते हैं रेलकर्मी

गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को जनता दरबार में तो नहीं गए लेकिन गोरखनाथ मंदिर कार्यालय में ही करीब 100 लोगों की फरियाद सुनी। उन्हें यहां से शीघ्र जाना था। इसलिए बाकी जन समस्याओं को सुनने के लिए उन्होंने अधिकारियों को लगा दिया। उधर न सिर्फ लोगों की बेहतर चिकित्सा की व्यवस्था करेगा बल्कि यहां इंसेफ्लाइटिस सहित क्षेत्रीय बीमारियों पर शोध भी किए जाएंगे। खासकर यहां की जानलेवा बीमारी इंसेफ्लाइटिस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, इसकी अलग फेकल्टी होगी और उसमें इस बीमारी के कारणों की तह तक जाकर पड़ताल की जाएगी। केजीएमयू में भर्ती दवा विक्रेता रंजीत पासवान की सुबह मौत हो गई। गुरुवार की भोर में घर मे घुसकर उन्हे गोली मारी गई थी। कैंट पुलिस हिरासत में लिए गए दवा विक्रेता के पिता, चाचा और बुआ के बेटे से पूछताछ कर रही है। फर्जी लाइसेंस बनवाने वाले प्रापर्टी डीलर को क्राइम ब्रांच की टीम ने पीपीगंज से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक 315 बोर की रायफल, एक 32 बोर की पिस्टल और 10 कारतूस बरामद हुए हैं। एक्सेस फेयर टिकट (ईएफटी) में सेंधमारी कोई नहीं बात नहीं है। रेलवे के अपने ही रेलवे को लाखों का चूना लगा रहे हैं। रेलकर्मी अपने साथ डुप्लीकेट ईएफटी लेकर चलते हैं। आए दिन मामला प्रकाश में आता रहता है। जांच भी होती है। कार्रवाई के नाम पर खानापूरी ही होती है। ऐसे में फर्जीवाड़ा पर अंकुश नहीं लग पाता।

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जनता दरबार में नहीं गए सीएम योगी, मंदिर कार्यालय में सुनी फरियाद

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को जनता दरबार में तो नहीं गए लेकिन गोरखनाथ मंदिर कार्यालय में ही करीब 100 लोगों की फरियाद सुनी। मंदिर के हिदू सेवाश्रम में लगे जनता दरबार में मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के प्रभारी मोतीलाल लाल सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ लोगों की समस्या सुनी और शिकायती पत्र लिया। जनता दरबार में करीब 300 लोग पहुंचे।

अब गोरखपुर एम्स में होगा इंसेफ्लाइटिस व अन्य बीमारियों पर शोध, होगी अलग फेकल्टी

पूर्वाचल के लिए अच्छी खबर है। एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) न सिर्फ लोगों की बेहतर चिकित्सा की व्यवस्था करेगा बल्कि यहां इंसेफ्लाइटिस सहित क्षेत्रीय बीमारियों पर शोध भी किए जाएंगे। खासकर यहां की जानलेवा बीमारी इंसेफ्लाइटिस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, इसकी अलग फेकल्टी होगी और उसमें इस बीमारी के कारणों की तह तक जाकर पड़ताल की जाएगी, ताकि पूर्वाचल को इस जानलेवा बीमारी से मुक्ति दिलाई जा सके। साथ ही अन्य क्षेत्रीय बीमारियों पर भी शोध कर उनके कारणों की तलाश की जाएगी ताकि लोगों को अच्छा स्वास्थ्य प्रदान किया जा सके।

पिता ने अपने ही बेटे को गोलियों से भून दिया

केजीएमयू में भर्ती दवा विक्रेता रंजीत पासवान की सुबह मौत हो गई। गुरुवार की भोर में घर मे घुसकर उन्हे गोली मारी गई थी। कैंट पुलिस हिरासत में लिए गए दवा विक्रेता के पिता, चाचा और बुआ के बेटे से पूछताछ कर रही है। गोरखपुर के कैंट थाना क्षेत्र के भैरोपुर निवासी रंजीत पासवान अपने छोटे भाई संजीव के साथ भैरोपुर में स्थित मकान में मेडिकल स्टोर चलाते थे। गुरुवार की भोर में तीन बजे के करीब चहारदीवारी फांद कर घर में दाखिल होने के बाद आरोपितों पे कमरे में सो रहे रंजीत के सिर में तमंचा सटाकर गोली मार दी।

गन हाउस संचालक ने बनवाया था फर्जी लाइसेंस, प्रापर्टी डीलर भी गिरफ्तार

फर्जी लाइसेंस बनवाने वाले प्रापर्टी डीलर को क्राइम ब्रांच की टीम ने पीपीगंज से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक 315 बोर की रायफल, एक 32 बोर की पिस्टल और 10 कारतूस बरामद हुए हैं। मास्टर माइंड गोपी और रवि गन हाउस के संचालक की मदद से उसने फर्जी लाइसेंस बनवाया था।

चलती ट्रेन में डुप्लीकेट टिकट रखते हैं रेलकर्मी, जानें-क्यों नहीं लग पा रहा फर्जीवाड़े पर अंकुश

एक्सेस फेयर टिकट (ईएफटी) में सेंधमारी कोई नहीं बात नहीं है। रेलवे के अपने ही रेलवे को लाखों का चूना लगा रहे हैं। रेलकर्मी अपने साथ डुप्लीकेट ईएफटी लेकर चलते हैं। आए दिन मामला प्रकाश में आता रहता है। जांच भी होती है। कार्रवाई के नाम पर खानापूरी ही होती है। ऐसे में फर्जीवाड़ा पर अंकुश नहीं लग पाता।


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