सीएम सिटी का हाल, 100 करोड़ खर्च होने बाद भी हवा आते ही कट जा रही बिजली
सीएम सिटी गोरखपुर में सौ करोड़ खर्च होने के बाद भी बिजली अफसर हवा से ही डर जाते हैं। हवा की गति थोड़ी सी बढ़ी नहीं कि धड़ाधड़ उपकेंद्र बंद कर दिए जाते हैं।
गोरखपुर, दुर्गेश त्रिपाठी। शहर में बिजली सिस्टम सुधार के नाम पर बिजली निगम तीन वर्षों में सौ करोड़ रुपये से ज्यादा पी चुका है। दावे किए गए थे कि गर्मी में निर्बाध आपूर्ति के सभी इंतजाम कर लिए गए हैं। तार टाइट हो चुके हैं, ओवरलोड कम करने के लिए ट्रांसफार्मर बदले जा चुके हैं, लेकिन हकीकत यह है कि बिजली अफसर हवा से ही डर जाते हैं। हवा की गति थोड़ी सी बढ़ी नहीं कि धड़ाधड़ उपकेंद्र बंद कर दिए जाते हैं।
यह हम नहीं बिजली निगम के अफसर ही बताते हैं। कटौती के बारे में जब अफसरों को फोन करो तो बताते हैं कि हवा चल रही है इसलिए बिजली कटी है। पादरी बाजार इलाके में सोमवार दोपहर अचानक बिजली गुल हो गई। आधे घंटे के इंतजार के बाद लोगों ने उपकेंद्र और अफसरों को फोन किया तो कोई रिस्पांस नहीं मिला। वशिष्ठ तिवारी ने टोल फ्री नंबर 1912 पर फोन किया तो वहां के ऑपरेटर ने दूसरी लाइन पर एसडीओ से बात की।
हवा चलते ही आपूर्ति ठप
एसडीओ ने बताया कि हवा चल रही है इसलिए आपूर्ति बंद कर दी गई है। इस पर वशिष्ठ तिवारी ने सवाल किया कि हवा तो हर जगह चल रही है पर बिजली तो सिर्फ पादरी बाजार की कटी है। इसका जवाब न तो ऑपरेटर के पास था और न एसडीओ के पास। करीब ढाई घंटे बाद बिजली आई। खोराबार उपकेंद्र के रामगढ़ फीडर से जुड़े लोगों का सबसे ज्यादा बुरा हाल है। यहां के सौरभ सिंह कहते हैं कि सोमवार को दोपहर से देर रात के बीच कुछ समय ही बिजली रही। जेई फोन नहीं उठाते, एसडीओ ने बताया कि तेज हवा चल रही है। शहर में कटौती का आलम यह है कि अफसरों को भी नहीं पता चल रहा है कि सच्चाई क्या है। वह पहले तो उपभोक्ताओं की काल नहीं रिसीव कर रहे हैं। यदि गलती से काल रिसीव हो गई तो ऊल-जुलूल जवाब देकर फोन काट दे रहे हैं।
बंद हो गए यूनिवर्सिटी और टाउनहाल उपकेंद्र
सोमवार दोपहर बाद ढाई बजे अचानक यूनिवर्सिटी उपकेंद्र, टाउनहाल उपकेंद्र और दीवानी कचहरी की आपूर्ति ठप हो गई। काफी प्रयास के बाद पता चला कि रेल म्यूजियम के पास जंफर कटा है। करीब डेढ़ घंटे बाद आपूर्ति बहाल हो सकी। दीवानी कचहरी के वरिष्ठ अधिवक्ता मिफ्ताहुल रहमान ने कहा कि रोजाना दीवानी कचहरी की आपूर्ति बाधित हो रही है। कोई सुनने वाला नहीं है। शाश्वत त्रिपाठी ने कहा कि दीवानी कचहरी में जब यह हाल है तो शहर के अन्य स्थानों का क्या होगा, इसे आसानी से समझा जा सकता है।
झारखंडी इलाके में आती-जाती रही बिजली
इंजीनियरिंग कॉलेज उपकेंद्र से जुड़े महादेव झारखंडी इलाके में सोमवार को भी निर्बाध बिजली नहीं मिल सकी। सुबह से बिजली आने-जाने का क्रम देर शाम तक लगा रहा। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि बिजली निगम के अफसर कुछ सुनने को तैयार नहीं हैं।
बैंक रोड पर जला ट्रांसफार्मर
बैंक रोड पर सोमवार दोपहर बाद 400 केवीए का ट्रांसफार्मर धू-धूकर जलने लगा। आसपास के लोगों की सूचना पर बिजली आपूर्ति बंद कराई गई। काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका। अफसरों का कहना है कि ओवरलोड के कारण ऐसा हुआ। दो घंटे में ट्रांसफार्मर बदल दिया गया।
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