कड़ी मेहनत करें विद्यार्थी, इसका कोई विकल्प नहीं होता : डॉ. रमन सिंह
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह के उद्घाटन सत्र में युवाओं को काफी देर तक नसीहत दी।
गोरखपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव से खाली होने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर में थे। आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह के उद्घाटन सत्र में युवाओं को काफी देर तक नसीहत दी।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि सभी युवा को महाराणा प्रताप के व्यक्तित्व व कृतित्व से प्रेरणा लेकर देश के लिए बड़ी कुर्बानी को तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप का जीवन देश के स्वाभिमान की रक्षा के लिए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने की प्रेरणा देता है।
महाराणा प्रताप इंटर कालेज परिसर में आयोजित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पूर्वांचल के शैक्षिक विकास में शिक्षा परिषद का बड़ा योगदान है। डॉ. सिंह ने कहा कि ब्रिटिश राज में राष्ट्र प्रेम, शिक्षा का प्रसार और जीवन मूल्यों का संरक्षण एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, जिसे महंत दिग्विजयनाथ कर दिखाया। महाराणा प्रताप के नाम पर शिक्षा परिषद का गठन कर देश के स्वाभिमान और आजादी की रक्षा के लिए एक शानदार आदर्श प्रस्तुत किया।
उन्होंने महंत दिग्विजयनाथ की तुलना मदन मोहन मालवीय से भी की और कहा महंत ने मालवीय जी के प्रयास को आगे बढ़ाते हुए देश की संस्कृति और परंपरा को संरक्षित करने के लिए कार्य किया। परिषद की 1932 से 2018 तक शैक्षिक यात्रा अनुकरणीय है। शिक्षा से बड़ा यज्ञ, धर्म और कर्म नहीं हो सकता, परिषद की संस्थाओं ने अपने कार्यशैली से यही साबित करने का प्रयास किया है।
डॉ. रमन सिंह ने विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत की नसीहत देते हुए कहा कि उसका कोई विकल्प नहीं होता। अपने आध्यात्मिक, शैक्षिक, शारीरिक और मानसिक विकास के लिए उन्हें लगातार प्रयास करते रहना चाहिए।
गुरु गोरक्ष से मांगी राज्य की तरक्की के लिए दुआ
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने संबोधन के दौरान बताया कि वह पहली बार गोरखपुर आए हैं और पहली बार उन्हें गुरु गोरक्षनाथ के दर्शन-पूजन का अवसर मिला है। दर्शन-पूजन के बाद उन्हें अद्भुत ऊर्जा, शक्ति और प्रताप की अनुभूति हुई है। उन्होंने यह भी साझा किया कि गुरु गोरक्षनाथ से उन्होंने अपने राज्य की ढाई करोड़ जनता की तरक्की के लिए दुआ मांगी है।