शहर की सड़कों पर दौड़ेगी सिटी बसें
गोरखपुर : महानगर की सड़कों पर बहुत जल्द सिटी बसें दौड़ती नजर आएंगी। इसके लिए प्रशासन के
गोरखपुर : महानगर की सड़कों पर बहुत जल्द सिटी बसें दौड़ती नजर आएंगी। इसके लिए प्रशासन के अलावा नगर निगम, जीडीए, संभागीय परिवहन विभाग और परिवहन निगम ने कवायद शुरू कर दी है। पहले चरण में अलग-अलग रूटों पर पचास बसें चलाई जाएंगी। इसके बाद जरूरत के हिसाब से बसों की संख्या बढ़ती जाएगी। इसी सप्ताह नगर निगम, जीडीए और परिवहन विभाग संयुक्त रूप से प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजेगा। इसके बाद शासन जिस विभाग को कहेगा उसकी निगरानी में सिटी बसों का संचालन होगा।
सिटी बस सेवा शुरू करने के लिए बुधवार को कई विभागों की मैराथन बैठक चली। सुबह कमिश्नर अनिल कुमार और दोपहर व शाम को जीडीए वीसी वैभव श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में यह तय हुआ कि 27 वर्ष पहले जिन मार्गो पर सिटी बसें चला करती थीं उन मार्गो का सर्वे होगा। लोगों से भी फीड बैक और उनका सुझाव लिया जाएगा। इस बार कुछ नए मार्ग भी शामिल किए जा सकते हैं। प्रस्ताव पर शासन की मुहर लगने के बाद सिटी बसें फर्राटा भरने लगेंगी।
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आसपास के कस्बों को जोड़ने के लिए सिटी बसें चलाई जाएंगी। सिटी बसें से जुड़ी पुरानी फाइलें तलाशी जा रही हैं। एक सप्ताह में प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया जाएगा। अंतिम निर्णय शासन स्तर पर लिया जाएगा।
प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त
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1990 में वजूद में आई थीं सिटी बसें
1990 में महानगर में सिटी सेवा शुरू हुई थी। किराया कम होने के कारण आसपास के कस्बों से आने वाले लोग उसे खासा पसंद किया करते थे। झगहा से कचहरी, चौरीचौरा से कचहरी, मेडिकल कॉलेज से कचहरी, बरगदवा से कचहरी, कौड़ीराम से गोरखपुर समेत कई रूटों पर सिटी बसें चलती थीं। पिछले 27 वर्षो में शहर का काफी विस्तार हो गया है और ट्रैफिक भी पहले से कई गुना ज्यादा है। सिटी बस के लिए नए सिरे से रोडमैप तैयार करना होगा। हालांकि यह माना जा रहा है कि सिटी बसें चलने से बहुत हद तक जाम में कमी लाई जा सकती है। क्योंकि सिटी बसें हजारों की संख्या में चल रहे आटो का विकल्प होंगी।