Lockdown in Gorakhpur : छिड़काव के लिए उग्र हो रहे नागरिक, नगर निगम की टीम से हो रही अभद्रता Gorakhpur News
कोरोना वायरस से शहर को बचाने के लिए नगर निगम की टीम सोडियम हाइपो क्लोराइट के लिक्विड से छिड़काव कराती है। लोग अपने घरों में छिड़काव कराने की मांग को लेकर उग्र हो रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। शहर में छिड़काव के लिए नागरिक उग्र होने लगे हैं। नगर निगम की टीम मुख्य सड़कों और गलियों में बने मकानों पर छिड़काव कर रही है लेकिन कई इलाकों में लोग घरों के अंदर छिड़काव की मांग कर रहे हैं। कई स्थानों पर छिड़काव में इस्तेमाल होने वाले लिक्विड की भी मांग की जा रही है।
रास्ते वाले घरों पर हो रहा छिड़काव
कोरोना वायरस से शहर को बचाने के लिए नगर निगम की टीम सोडियम हाइपो क्लोराइट के लिक्विड से छिड़काव कराती है। नियम है कि जिन स्थानों पर लोगों का आना-जाना ज्यादा होता है वहां अनिवार्य रूप से छिड़काव हो। इसके अलावा घरों के सामने छिड़काव कराया जा रहा है।
ऐसे हो रही अभद्रता
बसंतपुर में गलियों में छिड़काव की मांग को लेकर सराफा मंडल के महेश वर्मा और अन्य नागरिकों ने नगर निगम की टीम को घेर लिया और दुर्व्यवहार किया। पुलिस ने इस मामले में एफआइआर दर्ज की है। इसी तरह से पादरी बाजार इलाके में जा रही नगर निगम की टीम को नागरिक पकड़कर घरों के अंदर छिड़काव का दबाव बना रहे हैं। मना करने पर नागरिक टीम के सदस्यों के साथ धक्का-मुक्की भी कर रहे हैं।
इन मोहल्लों में नहीं जाना चाहती टीम
जगह-जगह अभद्रता और दुर्व्यवहार के कारण नगर निगम की टीम पादरी बाजार और तिवारीपुर इलाके में भी नहीं जाना चाहती है। ड्राइवर का कहना है कि लोग मारपीट पर उतारू हो जा रहे हैं। इसी कारण मन घबराता है। कब लोग मारपीट कर बैठें, कहा नहीं जा सकता है।
घरों के अंदर छिड़काव नुकसानदेह
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश रस्तोगी का कहना है कि सोडियम हाइपो क्लोराइट का ज्यादा इस्तेमाल मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है इसलिए नगर निगम की टीम खुले स्थानों पर ही इसका छिड़काव करा रही है। घरों के अंदर इस घोल का छिड़काव नहीं किया जाता है। नागरिकों को इसका ध्यान रखना चाहिए।
घरों में इस घोल से छिड़काव की कोई जरूरत नहीं
इस संबंध में नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह का कहना है कि जिन स्थानों पर लोगों का ज्यादा आना-जाना रहता है वहां सोडियम हाइपो क्लोराइट लिक्विड का छिड़काव कराया जा रहा है। घरों में इस घोल से छिड़काव की कोई जरूरत नहीं है। नागरिकों को साबुन के घोल से सफाई करनी चाहिए, इससे स्वास्थ्य पर बुरा असर नहीं पड़ेगा। फिजिकल डिस्टेंसिंग के फार्मूले पर कायम रहें तो कोरोना हो ही नहीं सकता है।