सलेमपुर रेलवे स्टेशन पर सीआइबी का छापा, दो टिकट धंधेबाज गिरफ्तार
सीआइबी भटनी के प्रभारी दिलीप सिंह को सूचना मिली कि भोर से ही आरक्षण काउंटर पर टिकट धंधेबाज सक्रिय हो रहे हैं जिससे आम लोगों को टिकट नहीं मिल पा रहा है। सूचना के बाद टीम सलेमपुर रेलवे स्टेशन के आरक्षण काउंटर पर पहुंच गई।
देवरिया: सलेमपुर रेलवे स्टेशन के आरक्षण काउंटर पर छापेमारी कर मंगलवार को सीआइबी (क्राइम इंटेलिजेंस ब्रांच) भटनी की टीम ने दो टिकट धंधेबाजों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से दो तत्काल टिकट व दो साधारण टिकट भी बरामद किया गया। इस मामले में भटनी आरपीएफ में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
सीआइबी भटनी के प्रभारी दिलीप सिंह को सूचना मिली कि भोर से ही आरक्षण काउंटर पर टिकट धंधेबाज सक्रिय हो रहे हैं, जिससे आम लोगों को टिकट नहीं मिल पा रहा है। सूचना के बाद टीम सलेमपुर रेलवे स्टेशन के आरक्षण काउंटर पर पहुंच गई। टीम ने दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान उनके पास से मऊ से सूरज, देवरिया से जलांधर के दो तत्काल टिकट, सलेमपुर से वाराणसी तक का दो सामान्य टिकट भी बरामद किया गया। पूछताछ में दोनों ने अपना नाम साबिर अली निवासी सलाहाबाद सलेमपुर, आशीष यादव निवासी नदौली थाना कोतवाली बताया। सीआइबी प्रभारी ने बताया कि तीन साल से टिकट का धंधा करते थे। इनके खिलाफ भटनी आरपीएफ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
आरपीएफ ने दिल्ली से ई-टिकट जालसाज को किया गिरफ्तार
देवरिया: देवरिया आरपीएफ ने दिल्ली के पीरागढ़ी मेट्रो स्टेशन के समीप से ई-टिकट जालसाज को सोमवार की शाम गिरफ्तार कर लिया। यह देवरिया आरपीएफ में दर्ज एक मुकदमे में वांछित चल रहा था। आरपीएफ ने इसके पास से प्रतिबंधित साफ्टवेयर व ई-टिकट भी बरामद किया है।
आरपीएफ की टीम ने 24 नवंबर 2020 को कुशीनगर के हाटा कस्बे से प्रतिबंधित साफ्टवेयर विक्रेता आफताब अंसारी को गिरफ्तार किया था। इस मुकदमे में शिवशंकर वांछित चल रहा था। सर्विलांस के सहयोग से आरपीएफ देवरिया के उपनिरीक्षक अबू फरहान गफ्फार व औड़िहार आरपीएफ के इंस्पेक्टर नरेश कुमार मीणा टीम के साथ दिल्ली के पीरागढ़ी मेट्रो स्टेशन के समीप से शिवशंकर निवासी इंदर एंक्लेव फेज-2 किरारी सुलेमान नगर थाना प्रेम नगर पश्चिमी दिल्ली बताया। उसके पास से आरपीएफ प्रतिबंधित साफ्टवेयर, दो मोबाइल, तत्काल ई-टिकट व अन्य सामान भी बरामद किया। आरपीएफ उपनिरीक्षक ने बताया कि यह देवरिया के मुदकमे में वांछित चल रहा था। वह छह साल से प्रतिबंधित साफ्टवेयर से ई-टिकट बनाने का कार्य कर रहा है।