चीनी नागरिक पत्नी और बच्चों सहित जेल से रिहा
चीनी नागरिक अपनी पत्नी और बच्चों के साथ भारत से नेपाल जा रहा था। जांच में उसके पास कोई वैध कागजात नहीं मिले थे।
गोरखपुर, जेएनएन। बिना किसी वैध कागजात के सिद्धार्थनगर जिले के ककरहवा बार्डर पर पकड़े गए चीनी दंपती व तीन नाबालिग बच्चे शनिवार को जेल से बाहर निकले। कोर्ट ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सशर्त रिहाई का आदेश दिया है। एक भारतीय नागरिक की गारंटी व 50 हजार की जमानत पर इन्हें छोड़ा गया है। कोर्ट ने कहा है कि आवश्यकता पड़ने पर जमानतदार इन्हें अदालत में उपस्थित करेगा। जेल से बाहर निकलते समय बच्चों के चेहरों पर मुस्कान फैल गई।
एसएसबी ने ककरहवा बार्डर पर सात फरवरी को चीनी नागरिकों को भारत से नेपाल जाने के प्रयास में पकड़ा था। जब उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास कोई वैध कागजात नहीं मिले। पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि उससे गलती हो गई। सुरक्षा एजेंसियों ने उससे और पूछताछ की। उसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
रिहा होने की जानकारी देर शाम चीनी नागरिक कैरंग दम्बा (44) को मिल गई थी। बंदी रक्षकों के माध्यम से उसकी पत्नी गजंग पेंजमाओ (38) को महिला बैरक में सूचना भेजी गई। कैदियों की माने तो मां ने अपनी भाषा में छोटे पुत्र डैन्जेंग अबूदा (6) को बताया कि अब वह जेल से रिहा हो गए हैं। अब हम सभी लोग अपने वतन जाएंगे। इस दौरान बालक देर रात तक बैरक में दौड़-दौड़ कर खेलता रहा। सुबह उठने के साथ ही महिला बंदियों के पास जाकर हाथ मिलाता रहा। वहीं बड़ा पुत्र डैन्जेंग नुआबू (13) व पुत्री दोजीकियो (11) भी प्रसन्न नजर आए।
जेल अधीक्षक राकेश ¨सह ने कहा कि अदालत ने चीनी दंपती की सशर्त रिहाई का आदेश दिया है। परवाना जेल में करीब सात बजे पहुंचने के कारण रिहाई नहीं हो सकी थी। दूसरे दिन पुलिस अभिरक्षा में उन्हें रिहा किया गया।