कार्यदायी संस्था को सीएम ने नहीं दी मोहलत, फाइल में कार्य पूरा करने में लगे रहे अफसर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यदायी संस्थाओं को कोई मोहलत नहीं दी। उन्होंने निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने का निदेश दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को आक्रामक अंदाज में थे। पर्यटन के साथ विकास से जुड़ी परियोजनाओं के स्थलीय निरीक्षण में मुख्यमंत्री ने पहले खुद, प्रस्तावित और निर्धारित कार्यो की तकनीकी जानकारी ली इसके बाद मातहतों, अधिकारियों को कार्य को समय पर गुणवत्तापूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के निर्देश दिए।
मंगलवार की शाम करीब पौने पांच बजे मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर सर्किट हाउस में उतरा। कमिश्नर, डीएम के साथ भाजपा पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया। हेलीपैड से ही मुख्यमंत्री सीधे चिड़ियाघर का निरीक्षण करने निकल गए। 250 करोड़ की लागत से बन रहे शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में पहुंचे मुख्यमंत्री ने सबसे पहले वहां का नक्शा देखा। वन्यजीवों के रहने का स्थान, सुरक्षा घेरा आदि की बारीकी से जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री ने वहां चल रहे कार्यो का जायजा लिया। अधिकारियों ने बताया कि 121 एकड़ में निर्मित हो रहे प्राणि उद्यान 31 बाड़े बनाए जा रहे हैं। कार्यदायी संस्था ने प्रथम चरण का कार्य मई तक जबकि द्वितीय चरण का काम जुलाई के अंत तक पूरा करने की बात कही, लेकिन मुख्यमंत्री ने कार्य में तेजी लाने के निर्देश देते हुए जून तक दोनों चरण का कार्य पूर्ण कर इसे जनता को सुपुर्द करने का निर्देश दिया।
चिड़ियाघर का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री का काफिला सीधे प्रेक्षागृह पहुंचा। 50 करोड़ की लागत से साढ़े तीन एकड़ भूमि में बनने वाले अत्याधुनिक प्रेक्षागृह में बनने वाले सभी चीजों की बिंदुवार जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि तीन तल के प्रेक्षागृह में एक वातानुकूलित बड़ा हाल, वातानुकूलित छोटा हाल, वातानुकूलित प्रदर्शनी हाल, लाइब्रेरी, मीडिया सेंटर, कैफेटेरिया, कांफ्रेंस हाल, आडियो-वीडियो प्रोजेक्टर और मेकेनाइज्ड कार पार्किंग होगी। अधिकारियों ने बताया कि प्रेक्षागृह का कार्य दिसंबर 2019 तक पूरा कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को 15 नवंबर तक हर हाल में प्रेक्षागृह का कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। इसी दौरान मुख्यमंत्री वाटर स्पोर्टस काम्प्लेक्स के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने इसे फरवरी तक पूरा करने को कहा।