बोले सीएम-अनुच्छेद-370 लगाकर कांग्रेस ने रखी आतंकवाद की नींव Gorakhpur News
सीएम ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 का हटाया जाना डॉ. श्यामा प्रसाद के बलिदान और संघर्षों की जीत है। आज उनका सपना साकार हुआ है।
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कांग्रेस ने छद्म रूप से देश के संविधान में अनुच्छेद-370 का प्रावधान कराया, जिसकी वजह से आंतकवाद की नींव पड़ी। इस फैसले का प्रखर विरोध जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया और देश में एक प्रधान, एक निशान और एक विधान के लिए खुद की बलिदानी दे दी। मुख्यमंत्री सोमवार को डॉ. मुखर्जी की 119वीं जयंती के अवसर पर सोमवार की सुबह भाजपा के पौधारोपण अभियान के तहत गोरखनाथ मंदिर परिसर में पौधा रोपने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
श्यामा प्रसाद के बलिदान और संघर्षों की जीत है धारा 370 का हटाया जाना
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 का हटाया जाना डॉ. श्यामा प्रसाद के बलिदान और संघर्षों की जीत है। आज उनका सपना साकार हुआ है। देश का हर व्यक्ति गौरवान्वित है कि अब जम्मू-कश्मीर में वह कानून लागू हो रहा है, जो समूचे देश का कानून है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों को सर्वे भवन्तु सुखिन, सर्वे सन्तु निरामया की भावना से जोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने भाजपा के पौधारोपण अभियान को उनके सपनों को पूरा करने वाला अभियान बताया। उन्होंने कहा कि यह अभियान प्रकृति, पर्यावरण और सृष्टि के प्रति जागरूकता का भाव जगाता है। अभियान के तहत हर बूथ पर कम से कम पांच पौधे लगाए जाने के निर्धारित कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री योगी ने पुराना गोरखपुर बूथ क्षेत्र में आने वाले गोरखनाथ मंदिर परिसर में पौधा लगाया। उन्होंने मंदिर परिसर में मौजूद साधना भवन के सामने आंवला और आम के दो पौधों का रोपण किया। इस दौरान भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र ङ्क्षसह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर ङ्क्षसह, क्षेत्रीय कोषाध्यक्ष पुष्पदंत जैन, पवन त्रिपाठी, अमित श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
एमएमएमयूटी की हिंदी पत्रिका का विमोचन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित अपने आवास के बैठक कक्ष में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के हिंदी प्रकोष्ठ की ओर प्रकाशित पहली वार्षिक हिंदी पत्रिका अंतर्नाद का विमोचन किया। विमोचन के बाद मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय प्रशासन के इस प्रयास की सराहना की। कुलपति प्रो. श्रीनिवास सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि विश्वविद्यालय में हिंदी भाषा के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए बीते वर्ष 14 सितंबर को हिंदी प्रकोष्ठ का गठन किया गया। भौतिक विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. बीके पांडेय को प्रकोष्ठ का अध्यक्ष, डॉ. अभिजीत मिश्र को सदस्य और डॉ. देवेंद्र गोस्वामी को सदस्य सचिव नामित किया गया। प्रकोष्ठ के गठन के बाद हिंदी पत्रिका के प्रकाशन का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि हिंदी को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय संकल्पित है। ऐसा विश्वास है कि अंतर्नाद पत्रिका विश्वविद्यालय से जुड़ी भावनाओं को मातृभाषा में हर व्यक्ति तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम बनेगी। विमोचन अवसर पर कुलपति के अलावा कुलसचिव प्रो. जीउत सिंह, सहायक कुलसचिव प्रदीपकांत सिंह, सिद्धेश्वर त्रिपाठी आदि मौजूद रहे। विश्वविद्यालय की पहली हिंदी पत्रिका में विश्वविद्यालय से जुड़े वर्तमान व पूर्व छात्रों सहित शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों और उनके पारिवारिक सदस्यों के लेख, कविताओं, यात्रा वृत्तांत आदि के अलावा विश्वविद्यालय की पिछले एक वर्ष की महत्वपूर्ण गतिविधियों और उपलब्धियों का सचित्र प्रकाशन किया गया है।