मुख्यमंत्री बोले, रेडीमेड गारमेंट सेक्टर में कम पूंजी पर मिल रहा अधिक रोजगार Gorakhpur News
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कम पूंजी लगाकर अधिक लोगों को रोजगार देने की स्थिति सबसे बेहतर होती है। रेडीमेड गारमेंट सेक्टर में अपेक्षाकृत कम पूंजी लगाकर उद्यमी अधिक से अधिक लोगों को रोजगार देते हैं। गोरखपुर में रेडीमेड गारमेंट की अपार संभावनाएं हैं।
गोरखपुर, जेएनएन : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कम पूंजी लगाकर अधिक लोगों को रोजगार देने की स्थिति सबसे बेहतर होती है। रेडीमेड गारमेंट सेक्टर में अपेक्षाकृत कम पूंजी लगाकर उद्यमी अधिक से अधिक लोगों को रोजगार देते हैं। गोरखपुर में रेडीमेड गारमेंट की अपार संभावनाएं हैं। गोरखपुर को रेडीमेड गारमेंट सेक्टर का हब बनाने के लिए ही टेराकोटा के बाद इस उत्पाद को एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना में शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री टाउनहाल स्थित कचहरी क्लब के मैदान में रेडीमेड गारमेंट की सात दिवसीय प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुंचे थे। लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि रेडीमेड गारमेंट में 350 करोड़ रुपये के निवेश पर करीब 15 हजार लोगों को रोजगार मिला है। इतनी कम पूंजी पर किसी अन्य सेक्टर में इतना रोजगार संभव नहीं है। हमारा लक्ष्य 15 हजार की संख्या को 50 हजार तक ले जाने का है।
जल्द ही की जाएगी फ्लैटेड फैक्ट्री की स्थापना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उद्यमियों के लिए जल्द ही गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में फ्लैटेड फैक्ट्री की स्थापना की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रदेश सरकार ने फरवरी 2018 में ओडीओपी योजना की शुरूआत की। कोरोना काल में रेडीमेड गारमेंट सेक्टर से जुड़े करीब 10 हजार कामगार गोरखपुर लौटे थे। कोशिश है कि उन्हें यहीं पर रोजगार मिल सके। इसकी शुरूआत हो चुकी है। उद्यमी रुचि ले रहे हैं और प्रशासन का भी सहयोग मिल रहा है। उद्यमियों की समस्या का समाधान करने के लिए मंडलायुक्त की अध्यक्षता में हर दो महीने पर तथा जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हर महीने बैठक करने का निर्देश दिया गया है। बैंक से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए जरूरी है कि जिला स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक भी आयोजित की जाए।
उद्यमियों को लेते रहना होगा प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उद्यमियों को प्रशिक्षण लेते रहना होगा। यहां निट्रा की ओर से प्रशिक्षण दिया गया है, इससे नई चीजें सीखने को मिली होंगी। उद्यमियों को बाजार की मांग के अनुरूप स्वयं को तैयार करना होगा। मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने मुख्यमंत्री का स्वागत व कार्यक्रम का संचालन एसके अग्रवाल ने किया। चैंबर आफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विष्णु प्रसाद अजित सरिया ने सभी का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान उद्यमी रमाशंकर शुक्ल को सम्मानित किया। चैंबर आफ इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष आरएन सिंह, लघु उद्योग भारती के जिलाध्यक्ष दीपक कारीवाल, प्रवीण मोदी, सनूप साहू, वर्षा श्रीवास्तव एवं मीनाक्षी राय ने मुख्यमंत्री को पुष्प प्रदान किया। सांसद रविकिशन शुक्ल, जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन, जीडीए के उपाध्यक्ष आशीष कुमार, गीडा के सीईओ पवन अग्रवाल, सीडीओ इंद्रजीत सिंह आदि उपस्थित रहे।
महिलाओं के स्वावलंबन से आएगा बदलाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेडीमेड गारमेंट सेक्टर में महिलाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार मिला है। महिलाएं आय अर्जित करेंगी तो निश्चित रूप से बड़ा बदलाव आएगा। जिले की 55 लाख की आबादी में 25 लाख महिलाएं हैं, इन्हें मंच मिला तो वे स्वावलंबी बनकर गोरखपुर को रेडीमेड गारमेंट का हब बना सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने हर स्टाल का किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री एक ओर के स्टालों को देखते हुए मंच पर पहुंचे और उद्बोधन के बाद दूसरी ओर के स्टालों को देखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें हर स्टाल पर सकारात्मकता दिखी है। इसी सकारात्मकता से काम करने की जरूरत है। एक प्रशिक्षण संस्था की ओर से आई लड़कियों को बाजार की मांग के अनुरूप डिजाइन बनाने का सुझाव दिया। सहकार भारती के स्टाल पर मां के साथ मौजूद बच्ची आराध्या को दुलारा और उसका नाम पूछा। मुख्यमंत्री ने उसके माथे पर हाथ रखकर खूब पढ़ने का आशीर्वाद दिया और उसके साथ फोटो भी खिंचवाई।
उद्यमियों ने रखी मांग
उद्यमियों ने रेडीमेड गारमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार की सराहना की। उन्होंने शहर में भी रेडीमेड गारमेंट की इकाई लगाने के लिए स्थान उपलब्ध कराने की मांग की। उनका कहना था कि जगह मिले तो बड़ी संख्या में उद्यमी यहां इकाई लगाएंगे।