टॉप गोरखपुर न्यूज आफ द डे, 26 जुलाई 2019 : मुख्यमंत्री ने कहा-सिख दंगों के दोषियों को भेजेंगे जेल, मुंशी प्रेमचंद ने पहली कहानी गोरखपुर में लिखी, हैदराबाद और कोलकाता की उड़ानें बंद, 165 कॉलेजों में एक छात्र भी नहीं, मेडिकल कॉलेज से नवजात चोरी, मालगाड़ी पटरी से उतरी
गोरखपुर की ताजा खबरों के लिए देखते रहिए जागरण का वेब साइट। नई जानकारियों और विशेष खबरों को अवश्य पढि़ए।
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1984 के सिख दंगों के दोषियों को चिह्नित करने के गठित एसआइटी की रिपोर्ट आने के बाद दंगों के एक-एक गुनहगार को जेल भेजा जाएगा।
कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद ने अपनी पहली कहानी गोरखपुर में ही लिखी थी। गोरखपुर में ही उनकी मुलाकात फिराक गोरखपुरी से हुई थी। कथा सम्राट की जयंती पर साहित्यकारों ने उन्हें याद भी किया। इधर गोरखपुर से हैदराबाद और कोलकाता की हवाई सेवा एक माह के लिए बंद हो गई। यात्रियों की संख्या कम होने पर विमान कंपनी इंडिगो ने पहली अगस्त से बंद करने का यह निर्णय लिया है। गोरखपुर विश्वविद्यालय की संयुक्त स्नातक प्रवेश की व्यवस्था से 165 कॉलेजों को इस वर्ष एक भी छात्र नसीब नहीं हुए हैं। साझा प्रवेश काउंसिलिंग पूरी भी हो गई और उक्त सभी कॉलेज एक अदद छात्र का दाखिला करने को तरसते रहे। उधर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक महिला की नवजात बच्ची मंगलवार की रात चोरी हो गई। पुलिस तलाश कर रही है। जबकि देवरिया सदर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर मालगाड़ी की एक बैगन पटरी से मंगलवार की रात लगभग उतर गया। काफी प्रयास के बाद बैगन को बुधवार की सुबह चढ़ा दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा-सिख दंगों के एक-एक गुनाहगारों को भेजेंगे जेल
गोरखपुर में शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंजाबी और सिख समाज को बड़ा तोहफा दिया है। प्रदेश में गुरु नानक से जुड़े सभी ऐतिहासिक स्थलों को उन्होंने न केवल सुरक्षित और संरक्षित करने की बात कही बल्कि उनको आपस में जोड़ने की योजना पर भी काम करने का भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री ने 1984 के सिख दंगों के दोषियों को चिन्हित करने के गठित एसआइटी की रिपोर्ट आने के बाद दंगों के एक-एक गुनहगार को जेल भेजने का वादा भी दोहराया।
गोरखपुर में लिखी थी प्रेमचंद ने अपनी पहली कहानी
कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद ने जन्म भले ही लमही में लिया हो लेकिन उनकी कर्मस्थली गोरखपुर ही बनी। इस शहर में मुंशी जी पढ़े तो पढ़ाए भी। इसी धरती पर पहली बार उन्होंने उर्दू लिखना शुरू किया। साहित्यकारों की मानें तो दो बैलों की जोड़ी, ईदगाह, रामलीला, बूढ़ी काकी, कफन, पंच परमेश्वर, गोदान, गबन जैसी उनकी कालजयी कृतियों की पृष्ठभूमि गोरखपुर में ही तैयार हुई थी। यहीं उन्हें मन्नन द्विवेदी गजपुरी और फिराक गोरखपुरी जैसे लोगों का साथ मिला। कहने का मतलब उनके जीवन के बेहद महत्वपूर्ण अध्याय गोरखपुर में रचे गए। इसी शहर में उन्होंने महात्मा गांधी के आह्वान पर 1921 में अपनी नौकरी से त्यागपत्र दे दिया था और स्वाधीनता सेनानी बने। यही वजह है कि यह शहर उन्हें आज भी शिद्दत से याद करता है और उनसे अपना रिश्ता जोड़कर गर्व से इतराता भी है।
गोरखपुर से कोलकाता व हैदराबाद की उड़ानें बंद
गोरखपुर से हैदराबाद और कोलकाता की हवाई सेवा एक माह के लिए बंद हो जाएगी। यात्रियों की संख्या कम होने पर विमान कंपनी इंडिगो ने पहली अगस्त से बंद करने का यह निर्णय लिया है। इसका मुख्य कारण यात्रियों के कम होने और खराब मौसम बताया जा रहा है। सितंबर में गोरखपुर से दोनों शहर के लिए फिर से उड़ान शुरू करने की योजना है।
गोरखपुर विश्वविद्यालय की साझा स्नातक प्रवेश व्यवस्था में 165 कॉलेजों को एक भी छात्र नसीब नहीं
बगैर पुख्ता इंतजाम, हानि-लाभ और उचित-अनुचित की परवाह किए जब कोई व्यवस्था शुरू की जाती है तो उसका हश्र क्या होता है, इसे गोरखपुर विश्वविद्यालय की संयुक्त स्नातक प्रवेश परीक्षा से समझा जा सकता है। आलम यह है कि 165 कॉलेजों को इस वर्ष इस प्रवेश व्यवस्था से एक भी छात्र नसीब नहीं हुए हैं। साझा प्रवेश काउंसिलिंग पूरी भी हो गई और 14 दर्जन कॉलेज एक अदद छात्र का दाखिला करने को तरसते रहे।
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज से नवजात बच्ची की चोरी
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक महिला की नवजात बच्ची मंगलवार की रात चोरी हो गई। पुलिस तलाश कर रही है। रात से लेकर खबर लिखे जाने तक बच्ची का पता नहीं चल पाया। बच्ची की मां का रो रोकर बुरा हाल है।
देवरिया में पटरी से रात में उतरी मालगाड़ी, ट्रैक दुरुस्त करने का काम जारी
देवरिया सदर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर मालगाड़ी की एक बैगन पटरी से मंगलवार की रात लगभग उतर गया। काफी प्रयास के बाद बैगन को बुधवार की सुबह चढ़ा दिया गया। उधर बैगन के पटरी से उतरने के चलते रेल पटरी में भी दिक्कत आ गई है। जिसको रेल कर्मचारियों द्वारा ठीक किया जा रहा है। रेल पटरी को अब भी ठीक करने का काम जारी है।