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CM योगी आदित्‍यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में लोकरक्षा के लिए किया रुद्राभिषेक Gorakhpur News

शनिवार की भोर में करीब साढ़े पांच बजे मुख्यमंत्री योगी अपने आवास से बाहर निकले। सबसे पहले उन्होंने गुरु गोरक्षनाथ एवं अखण्ड ज्योति का दर्शन-पूजन किया।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 23 May 2020 10:58 AM (IST)Updated: Sat, 23 May 2020 04:33 PM (IST)
CM योगी आदित्‍यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में लोकरक्षा के लिए किया रुद्राभिषेक Gorakhpur News
CM योगी आदित्‍यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में लोकरक्षा के लिए किया रुद्राभिषेक Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। दो दिन के दौरे पर शुक्रवार की शाम गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार की सुबह कोरोना संक्रमण से लोकरक्षा के लिए अपने आवास स्थित शक्तिपीठ में रुद्राभिषेक किया। मंदिर प्रबंधन के मुताबिक पूजा के बाद वह लखनऊ के लिए रवाना हो गए।

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शनिवार की भोर में करीब साढ़े पांच बजे मुख्यमंत्री योगी अपने आवास से बाहर निकले। सबसे पहले उन्होंने गुरु गोरक्षनाथ एवं अखण्ड ज्योति का दर्शन-पूजन किया। उसके बाद अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थल पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए वह गोशाला पहुंचें, जहां तकरीबन आधे घंटे का समय गोसेवा में व्यतीत किया। गोशाला की गायों की देखभाल करने वाले सेवकों से बातचीत की और वहां की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।

दो घंटे चला अनुष्‍ठान

गोसेवा के बाद लोकसेवा के क्रम में वह अपने आवास के शक्तिपीठ में पहुंचे, जहां मन्दिर के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी ने पूरे विधि-विधान से रुद्राभिषेक संपन्न कराया। करीब दो घंटे चला यह अनुष्ठान शुक्ल यजुर्वेद संहिता के अष्टाध्यायी के आठवें अध्याय के महामंत्रों के जाप के साथ 25 लीटर महाद्रव्य से किया गया। इसके पहले कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मुख्यमंत्री ने होली में अपने गोरखनाथ मन्दिर प्रवास के दौरान रुद्राभिषेक किया था।

लाकडाउन के बाद पहली बार गोरखपुर पहुंचे सीएम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लॉकडाउन के दौरान शुक्रवार को पहली बार गोरखपुर पहुंचे। गोरखनाथ मंदिर से नाता जोड़ने के बाद ऐसा पहला मौका है जब वह अपने मठ से पूरे दो महीने दूर रहे। ऐसा करके उन्होंने एक बार फिर नाथ पीठ के जनसमर्पण भाव की बानगी पेश की। कोरोना संक्रमण के दौर में राजधर्म निभाने के लिए उन्होंने दो महीने के लिए उस मठ से भी दूरी बना ली, जिसके वह पीठाधीश्वर हैं।

फिर शुरू हुआ बैठकों सिलसिला

फिर शुरू हुआ बैठकों का सिलसिला। पहले उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग के तैयारियों की समीक्षा और फिर लॉकडाउन के दौरान जिले के स्थिति पर चर्चा की। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने मंदिर से जुड़ी संस्था महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद और गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्‍होंने गोरखपुर में कोरोना संक्रमण, लाकडाउन और क्‍वारंटाइन सेंटरों के बारे में जानकारी ली।


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