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अब ऊर्जा के रूप में संरक्षित होगी आकाशीय बिजली, इन संस्‍थाओं में हुआ करार Gorakhpur News

यह उपकरण तीन किलोमीटर की परिधि में 45 मिनट पहले ही आकाशीय बिजली गिरने व चमकने की सूचना दे देगा जिसको लोगों को जानकारी देकर होने वाले जानमाल की क्षति से बचाया जा सकता है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Wed, 18 Sep 2019 08:50 PM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 07:00 AM (IST)
अब ऊर्जा के रूप में संरक्षित होगी आकाशीय बिजली, इन संस्‍थाओं में हुआ करार Gorakhpur News
अब ऊर्जा के रूप में संरक्षित होगी आकाशीय बिजली, इन संस्‍थाओं में हुआ करार Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। भारत सरकार के पृथ्वी मंत्रालय के अधीन कार्य करने वाली संस्था भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान पुणे और महात्मा गांधी पीजी कालेज गोरखपुर अब एक साथ मिलकर काम करेंगे। दोनों के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हो चुका है। दोनों संस्था आकाशीय बिजली, पृथ्वी के वातावरण एवं जलस्रोत पर मिलकर शोध करेंगे। साथ ही शोध के माध्यम से आकाशीय बिजली को संरक्षित कर ऊर्जा के रूप में उपयोग पर भी संभावनाएं तलाशेगें। यह जानकारी महात्मा गांधी पीजी कालेज गोरखपुर के प्राचार्य डा.एसके श्रीवास्तव, भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान पुणे के उपनिदेशक डा.सुरेश तिवारी व रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा.आलोक कुमार श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से दी। वह बुधवार को महाविद्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

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विश्‍व में अनोखा होगा यह शोध

उन्होंने बताया कि यह शोध भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में अपने आप में अनोखा होगा, जिससे ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई क्रांति का आगाज होगा। उन्होंने बताया कि आकाशीय बिजली पर शोध एवं गिरने की सूचना देने वाले यंत्र (अर्थ नेटवर्क  लाइटनिंग सेंसर) को रसायन विभाग में अमेरिका की कंपनी अर्थ नेटवर्क एवं भारत की कंपनी पालूशन इक्यूपमेंट एंड कंट्रोल, नई दिल्ली द्वारा स्थापित किया गया है। इस यंत्र को संस्था के इंजीनियर अमर ज्योति एवं विनीत कटारिया ने स्थापित किया है।

45 मिनट पहले हो सकेगी बिजली गिरने की जानकारी

डा.सुरेश तिवारी ने बताया कि यह उपकरण तीन किलोमीटर की परिधि में 45 मिनट पहले ही आकाशीय बिजली गिरने व चमकने की सूचना दे देगा, जिसको दूरदर्शन, आकाशवाणी तथा अन्य संचार माध्यमों के द्वारा लोगों को जानकारी देकर आकाशीय बिजली से होने वाले जानमाल की क्षति से बचाया जा सकता है। बरसात के मौसम में आकाशीय बिजली गिरने की संभावना अधिक रहती है। ऐसे में खुले में न रहे, मोबाइल बंद रखें तथा हाइटेंशन तार के नजदीक न रहें।  


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