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बाल गृह बालिका कांड मामले में चिकित्सक समेत 12 लोगों के सीबीआइ ने लिए बयान Gorakhpur News

देवरिया के चर्चित बाल गृह बालिका कांड की जांच कर रही सीबीआइ टीम ने फिर देवरिया में डेरा डाल दिया है। जिला अस्पताल में तैनात एक चिकित्सक समेत 12 लोगों के बयान दर्ज किए गए। सवालों का जवाब देने में कई लोगों के पसीने छूट गए।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 02:10 PM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 02:10 PM (IST)
बाल गृह बालिका कांड मामले में चिकित्सक समेत 12 लोगों के सीबीआइ ने लिए बयान  Gorakhpur News
चिकित्सक समेत 12 लोगों के सीबीआइ ने लिए बयान। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : देवरिया जिले के चर्चित बाल गृह बालिका कांड की जांच कर रही सीबीआइ टीम ने फिर देवरिया में डेरा डाल दिया है। जिला अस्पताल में तैनात एक चिकित्सक समेत 12 लोगों के बयान दर्ज किए गए। सीबीआइ के विवेचक विवेक श्रीवास्तव समेत दो सदस्यीय टीम सिंचाई विभाग के डाक बंगला में डेरा डाले हुए है। कैंप कार्यालय में ही जिला अस्पताल में तैनात एक चिकित्सक को भी बुलाया और बयान दर्ज किया। यह चिकित्सक बाल गृह में बच्चों की जांच करने के लिए नियमित जाते थे। इसके अलावा पांच लड़कियों को भी बुलाया गया, जो 2017 के बाद बाल गृह में बंद रही। उनका भी सीबीआइ के विवेचक ने बयान दर्ज किया। सुबह 10 बजे से कुल 12 लोगों का टीम ने बयान दर्ज किया। सूत्रों का कहना है कि दो दिनों में यह टीम कुशीनगर जनपद में भी जाएगी और वहां के भी लड़कियों का बयान दर्ज करेगी।

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यह है पूरा मामला

रेलवे स्टेशन रोड में मां विध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण संस्थान द्वारा संचालित बाल गृह बालिका के मामलों का पर्दाफाश पांच अगस्त 2018 को पर्दाफाश हुआ था। इस मामले में संचालक गिरिजा त्रिपाठी समेत कई लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया था। पहले एसआइटी जांच की और अब सीबीआइ मामले की जांच कर रही है।

साइबर क्राइम सेल ने 95 हजार रुपये कराए वापस

साइबर क्राइम सेल की टीम ने चार ग्राहकों के खाते में 95 हजार रुपये वापस कराए हैं। साथ ही जालसाजों की गिरफ्तारी में जुट गई है। रुपये वापस होने के बाद साइबर क्राइम सेल की टीम की हर तरफ सराहना हो रही है। भलुअनी थाना क्षेत्र के ग्राम मरवटिया निवासी पूना देवी के खाते से 43 हजार रुपये निकाल लिए गए। जब उन्होंने एसपी से शिकायत की तो मामले की जांच साइबर क्राइम सेल को सौंपी गई। जांच में यह पता चला कि सेंट्रल बैंक भलुअनी में खाता धारक के खाते में दूसरे व्यक्ति का आधार कार्ड लगा दिया गया है और रुपये की निकासी हो गई है। पुलिस के दबाव के बाद वह रुपये वापस हो गए। इसी तरह अशोक मिश्र अकटहिया के खाते से 25 हजार रुपये निकाल गए। साइबर क्राइम सेल की टीम ने वो भी रुपये वापस करा दिए। इसके अलावा बिहार के चकबासु निवासी अजीत कुमार ने भी तीन हजार रुपये की निकासी हो जाने की शिकायत की थी। पुलिस के प्रयास से उनके रुपये भी वापस करा दिए गए। खुखुंदू थाना क्षेत्र के ग्राम मझवलिया निवासी रामनरेश दिनकर ने भी 24 हजार रुपये की खाते से आनलाइन निकासी हो जाने की शिकायत की थी। पुलिस के प्रयास से उनका भी रुपये वापस हो गए हैं।


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