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सीबीआइ ने बालू खनन मामले में दो लिपिकों से की घंटों पूछताछ Gorakhpur News

सीबीआइ ने बालू खनन घोटाले में दो बालू खनन कार्यालय के दो लिपिकों को तलब कर उनसे पूछताछ की और घोटाले के समय कौन-कौन कर्मचारी और अधिकारी तैनात रहे इसके बारे में अभिलेख तलब किए।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 10:30 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jan 2020 10:30 PM (IST)
सीबीआइ ने  बालू खनन मामले में दो लिपिकों से की घंटों पूछताछ Gorakhpur News
सीबीआइ ने बालू खनन मामले में दो लिपिकों से की घंटों पूछताछ Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया जिले में बालू खनन घोटाले के रिकार्ड सीबीआइ की टीम एक सप्ताह से खंगाल रही है। गुरुवार को टीम ने बालू खनन घोटाले में दो बालू खनन कार्यालय के दो लिपिकों को तलब कर उनसे पूछताछ की और घोटाले के समय कौन-कौन कर्मचारी और अधिकारी तैनात रहे इसके बारे में अभिलेख तलब किए। साथ ही एआरटीओ से बालू खनन के सीज किए गए वाहनों की सूचना मांगी है। इसको लेकर खनन विभाग में हड़कंप मच हुआ है।

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बसपा सरकार का मामला

बसपा और सपा सरकार में हुए बालू खनन घोटाले की जांच करने सीबीआइ की टीम जिले में लंबे समय से जमी है। सीबीआइ टीम ने 2012 से 2017 के बीच हुए बालू खनन के पट्टे का रिकार्ड तलब किया है कि पट्टा आवंटन के समय कौन-कौन अधिकारी व कर्मचारी तैनात रहे। इन लोगों ने किन-किन घाटों का पट्टा किया। टीम यह भी रिकार्ड जुटाने में लगी हुई है कि पट्टा की अवधि समाप्त होने के बाद किन-किन घाटों पर अवैध बालू खनन का कार्य होता रहा। टीम ने इन दो लिपिकों से घंटों पूछताछ की। इसके अलावा सीबीआइ टीम ने एआरटीओ को नोटिस जारी कर सूचना मांगी है कि कितने बालू खनन वाहन सीज किए गए थे। इसकी सूचना एआरटीओ कार्यालय बनाने में जुटा हुआ है।

हत्यारोपित उन्नाव से गिरफ्तार

देवरिया सदर कोतवाली के हरैया के समीप भाजपा नेता के भतीजे की गोली मारकर हत्या के मामले में फरार चल रहे एक आरोपित को एसटीएफ लखनऊ ने गुरुवार को उन्नाव में गिरफ्तार कर लिया। साथ ही कोतवाली पुलिस को सौंप दिया। गिरफ्तार आरोपित पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। सदर कोतवाली के ग्राम अहिल्यापुर निवासी भाजपा नेता नरेंद्र मिश्र पप्पू के भतीजे अमित मिश्र की 6 मार्च 2018 को हरैया के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में सोंदा निवासी मुख्य आरोपित अजय मिश्र समेत अन्य आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर अप्रैल 2018 में ही जेल भेज दिया था। जबकि साजिशकर्ता अखिलेश पांडेय निवासी भुड़वार थाना बनकटा फरार चल रहा था। इसके ऊपर एसपी ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। एसटीएफ लखनऊ को मुखबिर के जरिये सूचना मिली कि अखिलेश पांडेय उन्नाव जनपद में रह रहा है। मौके पर पहुंची टीम ने अखिलेश को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही कोतवाली पुलिस को सौंप दिया। पैसे के लेनदेन को लेकर अमित की हत्या हुई थी। एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। कोतवाली पुलिस को आरोपित को सौंप दिया है। 


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