Move to Jagran APP

मुख्यमंत्री से नहीं मिल सके जेल वॉर्डन और फायरमैन भर्ती के अभ्यर्थी, जानें-क्‍या थी वजह Gorakhpur News

वह सभी मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्या बताना चाहते थे हालांकि उनकी मुलाकात नहीं हो सकी और अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया कि सीएम तक उनका ज्ञापन पहुंचा देंगे।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Wed, 09 Oct 2019 09:00 PM (IST)Updated: Thu, 10 Oct 2019 07:00 AM (IST)
मुख्यमंत्री से नहीं मिल सके जेल वॉर्डन और फायरमैन भर्ती के अभ्यर्थी, जानें-क्‍या थी वजह Gorakhpur News
मुख्यमंत्री से नहीं मिल सके जेल वॉर्डन और फायरमैन भर्ती के अभ्यर्थी, जानें-क्‍या थी वजह Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। फिजिकल टेस्ट एडमिट कार्ड की मांग कर रहे जेल वॉर्डन और फायरमैन भर्ती के अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री जनता दर्शन से निराश होकर लौटना पड़ा। बुधवार को गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों से करीब 500 की संख्या में अभ्यर्थी आए थे। वह सभी मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्या बताना चाहते थे, हालांकि उनकी मुलाकात नहीं हो सकी और अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया कि सीएम तक उनका ज्ञापन पहुंचा देंगे लेकिन अभ्यर्थी मुलाकत की जिद पर अड़े थे। मुलाकात न होते देख युवाओं ने जनता दर्शन में विरोध प्रदर्शन सी स्थिति बना ली, जिस पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर सभी को बाहर निकाल दिया।

loksabha election banner

इतने पदों पर होना था चयन

प्रदर्शनकारियों में शामिल संतकबीरनगर निवासी मनोज कुमार यादव ने बताया 20 दिसंबर 2016 को जेल वॉर्डन एण्ड फायरमैन में मेरिट के आधार पर 3886 पदों पर भर्ती का विज्ञापन निकाला था। उसमें पुरुषों के लिए 1759, महिला के लिए 552 और फायरमैन के लिए 1575 पद थे। वहीं, मेरिट के आधार पर चयन होना था। 7 अप्रैल 2017 को नोटिस जारी कर अभ्यर्थियों को फिजिकल टेस्ट के लिए बुलाया गया, लेकिन 1 साल 6 महीने तक फिजिकल एडमिट कार्ड जारी नहीं किया गया। ऐसे में कुछ अभ्यर्थी उच्‍च न्यायालय चले गए। दूसरी ओर 30 सितंबर 2018 को भर्ती बोर्ड ने नया विज्ञापन जारी कर दिया। उसमें जेल वॉर्डन और फायरमैन 2016 के 3886 पद के सापेक्ष जिन अभ्यर्थियों ने फॉर्म डाला था उन्हें रद कर दिया गया।

अब तो कई साथी ओवरएज हो गए

उन्होंने बताया कि उनके कई साथी ओवरएज हो गए, दो ने आत्महत्या भी कर ली। उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि उनके साथ न्याय किया जाए। दो प्रदर्शकारियों की वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात भी कराई गई। सीओ गोरखनाथ प्रवीण कुमार सिंह ने भी समझाने बुझाने की कोशिश की, बाद में हल्का बल प्रयोग कर पुलिस ने गोखनाथ मंदिर परिसर से उन्हें बाहर निकाल दिया। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.