यूपी बोर्ड की परीक्षा से वंचित हो सकते हैं 3108 परीक्षार्थी, जानें क्या है मामला
दो जगह नामांकन कराने वाले छात्र यूपी बोर्ड की परीक्षा से वंचित हो सकते हैं। 11 जिलों में 3108 परीक्षार्थियों के रोल नंबर रोके गए हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। यूपी बोर्ड में इस बार काफी सख्ती बरती जा रही है। परीक्षा से करीब 40 दिन पहले माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पूरे प्रदेश में करीब 15 हजार रोल नंबर रोक दिए हैं। इससे क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय गोरखपुर के अंतर्गत आने वाले 11 जिलों के 3108 परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित हो सकते हैं। बोर्ड ने यह कार्रवाई छात्र-छात्राओं का दो पंजीकरण नंबर मिलने के बाद की है। रोके गए रोल नंबरों की सूची जारी होने के बाद प्रभावित परीक्षार्थियों में बेचैनी है।
इसलिए हुई कार्रवाई
माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से की गई कार्रवाई का आधार एक परीक्षार्थी का दो पंजीकरण नंबर होना है। बोर्ड की ओर से जारी सूची में परीक्षार्थी, उसके माता-पिता का नाम एक ही दर्ज है और दो अलग-अलग विद्यालयों में उसका पंजीकरण है। परीक्षा फार्म भरे जाने के बाद कंप्यूटर से मिलान करने पर यह कमी पकड़ में आई और बोर्ड ने कार्रवाई कर दी। गोरखपुर क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत आने वाले जिलों में इंटरमीडिएट में 1016 छात्रों के नाम दो पंजीकरण नंबर हैं जबकि हाईस्कूल में 538 छात्रों के नाम दो पंजीकरण नंबर हैं। इस प्रकार इंटरमीडिएट में 2032 रोल नंबर एवं हाईस्कूल में 1076 रोल नंबर रोके गए हैं। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब प्रयोगात्मक परीक्षा का दूसरा चरण चल रहा है। गोरखपुर मंडल में भी इसी चरण में प्रयोगात्मक परीक्षाएं हो रही हैं।
आपत्ति जताने वालों की फिर होगी जांच
सूची सार्वजनिक होने के बाद क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय में पहुंचकर परीक्षार्थी व उनके अभिभावक इस मामले में आपत्ति दर्ज करा रहे हैं। बोर्ड कार्यालय आ रही आपत्तियों की जांच कराएगा, यदि उनके दावे सही पाए गए तो उनके रोल नंबर जारी कर दिए जाएंगे। इनके परीक्षा फार्म भी स्कैन कराकर देखे जाएंगे कि उन्होंने दूसरी जगह से फार्म भरा है या नहीं। यदि दोबारा जांच में भी गलती मिली तो संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य के खिलाफ भी कार्रवाई की संस्तुति हो सकती है।
पंजीकरण के समय प्रस्तुत करते हैं आधार कार्ड
कक्षा नौ एवं 11 में पंजीकरण कराते समय आधार कार्ड प्रस्तुत करना होता है। आधार कार्ड के कारण दूसरी जगह पंजीकरण का मामला प्रकाश में आ जाता था लेकिन इस बार परीक्षा के समय यह समस्या सामने आई है। बोर्ड परीक्षा से जुड़े सूत्रों की मानें तो कुछ कुछ मामलों में परीक्षार्थियों की ओर से नाम कटवाने का आवेदन दिया गया होगा लेकिन विद्यालय ने इसपर ध्यान नहीं दिया, जिससे यह स्थिति पैदा हुई है।
दो पंजीकरण से कई रोल नंबर रुका
क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय गोरखपुर के अपर सचिव योगेंद्र नाथ सिंह का कहना है कि दो पंजीकरण नंबर होने पर माध्यमिक शिक्षा परिषद ने कई रोल नंबर रोक दिए हैं। आपत्तियां मिलने के बाद एक बार फिर जांच कराई जाएगी, यदि आपत्ति सही मिली तो रोल नंबर जारी कर दिए जाएंगे।
दूसरे विद्यालय से नहीं भरा है फार्म : संजय
गोरखपुर जिले के कौड़ीराम क्षेत्र के ग्राम भिटहा निवासी संजय कुमार शुक्ल ने क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय में आपत्ति दर्ज कराई है। उनकी पुत्री अंशिका शुक्ला इंटरमीडिएट की छात्रा है। उसका रोल नंबर भी रोका गया है। संजय का दावा है कि उन्होंने सर्वाेदय इंटर कालेज से ही फार्म भरवाया है, कहीं और से नहीं। इस संबंध में क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि अंशिका शुक्ला के नाम विद्यालय कोड 1337 व 1208 में दो पंजीकरण नंबर दर्ज हैं। इनमें से एक पंजीकरण नंबर 75103711170293 जबकि दूसरा पंजीकरण नंबर 75120811170069 है। दोनों क्रमांक पर अंशिका के पिता का नाम संजय शुक्ला व माता का नाम सुमन शुक्ला दर्ज है। विभाग इसे डुप्लीकेट मान रहा है। आपत्ति मिलने के बाद एक बार फिर जांच की जाएगी।