कचहरी डिपो बनकर तैयार, फिर क्यों नहीं चल रहीं बसें Gorakhpur News
कार्यदायी संस्था ने परियोजना के पूरा होने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। इसके बाद भी नए बस डिपो का न लोकार्पण हो रहा और न बसें ही चलाई जा रही हैं। लोकार्पण का इंतजार हो रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। शहर का कचहरी बस डिपो पिछले दो माह से लोकार्पण का इंतजार कर रहा है। 269.41 लाख रुपये से अति आधुनिक डिपो तैयार हो जाने के बाद भी राप्तीनगर डिपो की बसें पैडलेगंज से ही चलाई जा रही हैं। प्रयागराज, वाराणसी, गाजीपुर, मऊ और आजमगढ़ रूट पर आवागमन करने वाले लोग सड़क पर धूप और बारिश में खड़ा होकर बसों का इंतजार करने को मजबूर हैं।
अब लोकार्पण का इंतजार
आम लोगों की आस भी टूटती जा रही है। हालांकि, कार्यदायी संस्था ने परियोजना के पूरा होने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। इसके बाद भी नए बस डिपो का न लोकार्पण हो रहा और न बसें ही चलाई जा रही हैं। जानकारों का कहना है कि इसबार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर आगमन पर लोगों को कचहरी बस डिपो की भी सौगात मिल सकती है।
सीएम के हाथों मिल सकती है बस डिपो की सौगात
मुख्यमंत्री के 16 से 18 नवंबर तक गोरखपुर में रहने की संभावना है। इस दौरान वह कई परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी करेंगे। ऐसे में कचहरी बस डिपो के लोकार्पण की भी संभावना बन रही है। फिलहाल, नए बस डिपो परिसर में आठ प्लेटफार्म तैयार हैं। ऐसे में बसें सड़क पर नहीं खड़ी होंगी। बसों और यात्रियों की निगरानी के लिए परिसर में सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था रहेगी। चालकों और परिचालकों के लिए भी विश्रामालय तैयार किया गया है।
200 बस चलाने की योजना तैयार
राप्तीनगर डिपो प्रशासन ने कचहरी डिपो से 200 बसों को चलाने की योजना तैयार की है। शहर में जाम की समस्या से निपटने के लिए परिवहन निगम बसों के संचालन की रूप रेखा भी तैयार की जा चुकी है। योजना के तहत राप्तीनगर डिपो की बसें कचहरी बस डिपो से चलाई जाएंगी, जबकि अन्य डिपो की आने वाली बसें नौसड़ में ही रुक जाएंगी। ऐसे में शहर में जाम नहीं लगेगा।
बस डिपों में यात्रियों को मिलेंगी सुविधाएं
कचहरी बस स्टेशन में डिस्प्ले बोर्ड पर चलती रहेगी बसों की समय-सारिणी। यात्रियों के लिए विश्रामालय, दिव्यांगों के लिए अतिरिक्त सुविधा। पुरुष और महिलाओं के लिए अलग-अलग प्रसाधन केंद्र, अति आधुनिक पूछताछ और बुकिंग काउंटर बनाए गए हैं। इसके अलावा परिसर में चाय और कॉफी के लिए कैंटीन की सुविधा के साथ पीने के शुद्ध पानी के लिए आरओ प्लांट लगाए जाएंगे।