गोरखपुर में कब्रिस्तान की भूमि पर चला बुलडोजर, कब्जा खाली कराने का अभियान शुरू
अल्पसंख्यक विभाग एवं प्रशासन की टीम ने सर्वे कर जनवरी 2021 में वक्फ की ऐसी संपत्तियों को चिन्हित किया था जिनपर कब्जा हो गया है। 23 फरवरी को अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने जिलाधिकारी को वक्फ की संपत्तियों से कब्जा हटाने का निर्देश दिया था।
गोरखपुर, जेएनएन। महानगर के तुर्कमानपुर एवं बेतियाहाता में स्थित वक्फ की करीब .75 एकड़ कीमती जमीन से कब्जा हटाया गया। अभिलेखों में यह जमीन कब्रिस्तान के नाम से दर्ज है लेकिन इसपर कई लोगों ने अस्थायी रूप से दुकान व मकान बना रखा था। अल्पसंख्यक विभाग ने तहसील सदर की मदद से अतिक्रमण हटाया। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
अपर सर्वे आयुक्त वक्फ डीएस उपाध्याय के निर्देश पर जिला अल्पसंख्य विभाग एवं तहसील सदर की टीम 172 तेलगढिय़ा तुर्कमानपुर बेतियाहाता की जमीन पर पहुंची। पहले की सूचना देने के कारण कई लोगों ने कब्जा हटा लिया था। जिन्होंने कब्जा नहीं हटाया था, उन्हें प्रशासन की टीम ने हटा दिया। इस अभियान में नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम का भी सहयोग लिया गया। कब्जा हटाने के दौरान जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आशुतोष पांडेय, तहसीलदार डा. संजीव दीक्षित आदि उपस्थित रहे।
जनवरी में चिन्हित की गई जमीन
अल्पसंख्यक विभाग एवं प्रशासन की टीम ने सर्वे कर जनवरी 2021 में वक्फ की ऐसी संपत्तियों को चिन्हित किया था, जिनपर कब्जा हो गया है। 23 फरवरी को अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने जिलाधिकारी एवं एसएसपी को पत्र लिखकर वक्फ की संपत्तियों से कब्जा हटाने का निर्देश दिया था। इस निर्देश के बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर कुलदीप मीणा ने सीमांकन कर अतिक्रमण हटाने के लिए लेखपालों एवं कानूनगो की 10 सदस्यीय टीम बनायी थी। टीम में राजस्व निरीक्षक वीर बहादुर ङ्क्षसह, प्रद्युम्न ङ्क्षसह, लेखपाल सुनील कुमार, अजय प्रजापति, बृजेश ङ्क्षसह, आशीष पांडेय, राजीव बघेल, कैलाशनाथ यादव, गिरीश
और लेखपाल बाबूराम आदि शामिल रहे।
बसे थे असम व राजस्थान के लोग
इस जमीन पर असम, राजस्थान एवं अन्य स्थानों के बंजारा परिवार रह रहे थे। उन्हें कुछ स्थानीय लोगों से मदद भी मिलती थी। प्रशासन की सख्ती बढऩे के साथ ही कई लोग वहां से पहले ही चले गए थे।
जिले में वक्फ बोर्ड संपत्ति एक नजर में
शिया वक्फ संपत्ति : 02,
सुन्नी वक्फ संपत्ति : 1390,
कुल संपत्ति : 1392
यहां किया गया है कब्जा
वक्फ संख्या 67 : मियां बाजार, इमामबाड़ा इस्टेट, मोहद्दीपुर, बक्शीपुर, मुफ्तीपुर, कुसम्ही, बहरामपुर, रामनगर करजहां, ताज पिपरा, मुंडेरीगढ़वा, पिपराइच, जंगल अहमद अली शाह में कई लोगों ने कराया है निर्माण।
वक्फ संख्या 129 : दरगाह हजरत सैयद सालार मसूद गाजी बाले मियां बहरामपुर की वक्फ की जमीन करीब 45 बीघे में है। यहां भी बड़े पैमाने पर अतिक्रमण है।
वक्फ संख्या 1377 : तुर्कमानपुर के कब्रिस्तान भैंसा खाना के कुछ हिस्से पर कब्जा किया गया है।
वक्फ संख्या 63 : वक्फ मीर सज्जाद अली, दीवान बाजार की संपत्ति।
वक्फ संख्या 137: मस्जिद दीवान बाजार ।
वक्फ की कीमती जमीन से कब्जा हटा
तहसीलदार डा. राजीव दीक्षित का कहना है कि वक्फ की जमीन पर अतिक्रमण चिन्हित किया गया था। करीब .75 एकड़ जमीन से कब्जा हटाया गया। यहां अधिकतर लोगों ने अस्थायी निर्माण किया था। पहले ही सूचना देने के कारण कई ने अपना कब्जा हटा लिया था। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आशुतोष पांडेय के अनुसार अल्पसंख्यक विभाग की ओर से सर्वे कराकर वक्फ की उन संपत्तियों का पता लगाया गया है, जहां अवैध रूप से कब्जा किया गया है। प्रशासन के सहयोग से सभी संपत्तियों को खाली कराया जाएगा। गुरुवार को बेतियाहाता में कब्जा हटवाया गया।