Budget 2023: अमृत भारत के रूप में विकसित होंगे NER के 48 स्टेशन, 36 पर लगेंगे सोलर पैनल; वंदे भारत मिलने की आस
आम बजट पूरी तरह अमृत काल पर आधारित रहा। तभी तो रेलवे के विकास के नाम पर 2.41 लाख करोड़ का भारीभरकम बजट मिला है। बजट में चल रहीं परियोजनाओं को पूरा करने के साथ यात्री सुविधाओं के विस्तार पर जोर दिया गया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता: आम बजट पूरी तरह अमृत काल पर आधारित रहा। तभी तो रेलवे के विकास के नाम पर 2.41 लाख करोड़ का भारीभरकम बजट मिला है। बजट में चल रहीं परियोजनाओं को पूरा करने के साथ यात्री सुविधाओं के विस्तार पर जोर दिया गया है। देशभर के 1275 स्टेशनों को अमृत भारत के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें पूर्वोत्तर रेलवे के 48 स्टेशन भी शामिल हैं।
रेलवे प्रशासन ने इन स्टेशनों का प्रस्ताव तैयार कर बोर्ड को भेज दिया है। बजट में स्टेशनों के पुनर्विकास योजना के लिए भी धन मिला है। पूर्वोत्तर रेलवे में भी गोरखपुर, गोंडा, छपरा, गोमतीनगर, लखनऊ और काठगोदाम सहित कुल छह स्टेशनों का विकास होना है। इन स्टेशनों पर यात्रियों को एयरपोर्ट की तर्ज पर उच्च स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी।
नवनिर्माण के लिए रेलवे के आठ विभागों की संयुक्त टीम गति शक्ति यूनिट के रूप में कार्य शुरू कर दी है। दिसंबर 2023 तक सभी रेलमार्गों का विद्युतीकरण पूरा करने के लिए विशेष धन आवंटित किया गया है। पूर्वोत्तर रेलवे में बचे 10 प्रतिशत मार्ग इस वर्ष विद्युतीकृत कर लिए जाएंगे। बजट में ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर भी बल दिया गया। इस वर्ष पूर्वोत्तर रेलवे के 36 स्टेशनों पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
बुधवार को आम बजट के बाद नई दिल्ली स्थित रेलवे बोर्ड के सभागार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पत्रकारों को संबोधित करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 800 करोड़ यात्रियों की सहूलियत के लिए रेलवे को 2.41 लाख करोड़ का बजट मिला है।
वंदे भारत ट्रेनों के संचालन पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि ट्रेन का उत्पादन बढ़ाने के लिए सोनीपत, लाटूर और रायबरेली स्थित रेल कोच फैक्ट्री में भी निर्माण शुरू कराया जाएगा। अभी तक सिर्फ चेन्नई स्थित रेल कोच फैक्ट्री में ही वंदे भारत बन रही थी। अब प्रति सप्ताह दो से तीन ट्रेनें तैयार हो सकेंगी। इसके साथ ही पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर से भी जल्द वंदे भारत ट्रेन चलने की आस जगी है।
रेल मंत्री ने रामायण और काशी विश्वनाथ सर्किट की चर्चा करते हुए बताया कि पांच और सर्किट तैयार करने की योजना है। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश स्थित बौद्ध सर्किट के विकास की भी आस जगी है। उन्होंने बताया कि दिसंबर तक देश में हाइड्रोजन ट्रेनें भी चलनी शुरू हो जाएंगी। रेल लाइनों का विस्तार करने व ट्रेनों की क्षमता बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे स्तर पर प्रतिदिन 12 किमी नई रेल लाइन बिछाई जा रही है।
वंदे भारत की तर्ज पर वंदे मेट्रो चलाने की तैयारी
रेल मंत्रालय ने वंदे भारत की तर्ज पर वंदे मेट्रो ट्रेन चलाने की भी तैयारी शुरू कर दी है। ये ट्रेनें महानगरों में चलाई जाएंगी। 60 किमी परिधि में रहने वाले लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। बजट में अर्बन डेवलपमेंट के लिए भी विशेष धन मिला है, जिससे गोरखपुर में मेट्रो ट्रेन संचालन को गति मिलेगी।
अमृत भारत के लिए प्रस्तावित स्टेशन
लखनऊ मंडल: बस्ती, खलीलाबाद, सिद्धार्थनगर, मगहर, तुलसीपुर, बलरामपुर, लखीमपुर, बढ़नी, स्वामीनारायण छपिया, रामघाट, बहराइच, गोला गोकर्णनाथ, मैलानी, सीतापुर, बादशाहनगर, ऐशबाग, लखनऊ सिटी व डालीगंज।
वाराणसी मंडल: बनारस, वाराणसी सिटी, मऊ, सीवान, बलिया, देवरिया सदर, आजमगढ़, बेल्थरा रोड, गाजीपुर सिटी, सलेमपुर, कप्तानगंज, भटनी, मैरवा, सुरेमनपुर और थावे।- इज्जतनगर मंडल : इज्जतनगर, फर्रुखाबाद, कासगंज, बरेली सिटी, कन्नौज, काशीपुर, पीलीभीत, लाल कुआं, बदायूं, बहेड़ी, हाथरस सिटी, गुरु सहायगंज, किच्छा, कायमगंज और टनकपुर।