टूटा सन्नाटा, बच्चों के आने से गुलजार हुए विद्यालय
कोरोना संक्रमण में बंद विद्यालय सोमवार को खुले। माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा नौ से 12वीं तक की कक्षाएं दो पालियों में चलीं।
संतकबीर नगर : कोरोना संक्रमण में बंद विद्यालय सोमवार को खुले। माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा नौ से 12वीं तक की कक्षाएं दो पालियों में चलीं। सात माह बाद स्कूलों में पसरा सन्नाटा बच्चों की चहल-कदमी से टूटा और विद्यालय गुलजार हुए। पहली पाली में कक्षा नौ व 10 तथा दूसरी में 11 व 12वीं की पढ़ाई हुई। विद्यालय में शारीरिक दूरी का पालन कराने में शिक्षक जुटे रहे। विद्यालयों में रोस्टर के हिसाब से 30 फीसद बच्चों को ही बुलाया गया था। वहीं अधिकांश विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति नगण्य रही। विद्यालय में सहपाठियों से मिलकर विद्यार्थी खुश दिखे।
संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) मनोज कुमार द्विवेदी ने दोनों पालियों में दर्जनभर से अधिक विद्यालयों में पहुंचकर व्यवस्था देखी। निरीक्षण में प्रधानाचार्यों को शारीरिक दूरी का पालन सख्ती से कराने को निर्देशित किया। बच्चों से बातचीत करके उन्हें उत्साहित किया। उन्होंने बच्चों से कहा कि आप डरिए नहीं, विद्यालय में आपके लिए पूरी सुरक्षा अपनाई जा रही है। जेडी ने नेशनल इंटर कालेज मूडाडिहा बेग, एच एग्री इंटर कालेज उजियार दुधारा, जनता इंटर कालेज पचपेड़वा, आदर्श इंटर कालेज कुसुरू खुर्द, राष्ट्रीय इंटर कालेज पारसनगर, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बघौली आदि स्थानों का निरीक्षण किया। प्रथम पाली में जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह ने धनघटा व नाथनगर के साथ खलीलाबाद में विद्यालयों का निरीक्षण किया।
सुबह से पहुंचने लगे बच्चे
-पहली पाली सुबह 8.50 से 11.50 व दूसरी पाली 12.20 से 3.20 तक चली। हीरालाल रामनिवास इंटर कालेज खलीलाबाद, राजकीय कन्या इंटर कालेज, कूडीलाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटरमीडिएट कालेज, पीबी बालिका आदि स्थानों पर दोनों पाली में बच्चे समय से पूर्व ही पहुंचने लगे। विद्यालयों में सैनिटाइज, हैंडवास के साथ सुरक्षा का प्रबंध रहा। मिलने -जुलने में बीता समय
विद्यालयों में बच्चों को सीधे कक्षाओं में भेजा गया। कुछ विद्यालयों में प्रार्थना व वंदना कक्षा में ही हुई। नए सत्र में पहले दिन स्कूल खुलने के बाद पढ़ाई की बजाय बच्चे मित्रों से मिलने-जुलने में समय दिया। विद्यालय पर पहुंचकर बच्चे अपने सहपाठियों के साथ मिलकर खुश दिखे। शिक्षकों ने भी बच्चों से उनका कुशलछेम पूछा।
जनपद में विद्यालयों की स्थिति
-माध्यमिक के कुल 280 विद्यालय
-राजकीय के 14
- सहायता प्राप्त 34
- एक आश्रम पद्धति -
-वित्त विहीन 231 विद्यालय।
-आइसीएससीई बोर्ड का एक
- सीबीएसई बोर्ड के आठ स्कूल