बीआरडी मेडिकल कालेज में आग लगी, बड़ा हादसा टला
बीआरडी मेडिकल कालेज में शार्ट सर्किट से आग लग गई। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया जिससे बड़ा हादसा टल गया।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 01 Feb 2019 04:14 PM (IST)Updated: Fri, 01 Feb 2019 04:18 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। बीआरडी मेडिकल कालेज में शार्ट सर्किट से आग लग गई। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया जिससे बड़ा हादसा टल गया। विभाग के कर्मचारियों ने मरीजों के परिजनों के सहयोग को आग को काबू में किया।
मेडिकल कालेज के महिला मेडिसिन वार्ड में इको जांच के लिए एक कमरे में मशीन लगी है उसमें इसके लिए एक 15 केवीए का बड़ा स्टेबलाइजर लगा हुआ है। इस स्टेबलाइजर के ऊपर बोर्ड लगा हुआ है। इसमें शुक्रवार को शार्ट सर्किट से आग लग गयी। आग लगते ही पूरे कॉलेज में अफरातफरी मच गई। पूरे वार्ड में धुंआ भर गया। आस-पास के वार्डों से छोटा फायर सिलेंडर लाकर आग पर काबू पाया गया।
एहतियात के तौर पर महिला मेडिसिन वार्ड नंबर पांच के बेड नंबर 1 से 12 तक के मरीजों को वार्ड के अंतिम छोर पर शिफ्ट कर दिया गया।
सूचना पर एसआई डॉक्टर गिरीश चन्द्र श्रीवास्तव व विभागाध्यक्ष डॉक्टर महिम मित्तल मौके पर पहुंचे। एसआईसी डॉक्टर गिरीश चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि स्टेबलाइजर में शॉर्ट सर्किट से धुआं उठा था लेकिन कर्मचारियों ने सूझबूझ का परिचय दिया और तत्काल बिजली काट दी जिससे आग पर काबू पा लिया गया।
दगा दे गया फायर हाइड्रेंट
बीआरडी मेडिकल कालेज में पांच करोड़ की लागत से फायर हाइड्रेंट प्लांट लगाया गया। हर एक वार्ड के बाहर फायर हाइड्रेंट की पाइप लगायी गयी है लेकिन मौका पड़ने पर इसमें पानी की सप्लाई नही आयी। हर वार्ड में फायर एलार्म भी लगाया गया है लेकिन आग लगने पर एलार्म भी नही बजा।
मेडिकल कालेज के महिला मेडिसिन वार्ड में इको जांच के लिए एक कमरे में मशीन लगी है उसमें इसके लिए एक 15 केवीए का बड़ा स्टेबलाइजर लगा हुआ है। इस स्टेबलाइजर के ऊपर बोर्ड लगा हुआ है। इसमें शुक्रवार को शार्ट सर्किट से आग लग गयी। आग लगते ही पूरे कॉलेज में अफरातफरी मच गई। पूरे वार्ड में धुंआ भर गया। आस-पास के वार्डों से छोटा फायर सिलेंडर लाकर आग पर काबू पाया गया।
एहतियात के तौर पर महिला मेडिसिन वार्ड नंबर पांच के बेड नंबर 1 से 12 तक के मरीजों को वार्ड के अंतिम छोर पर शिफ्ट कर दिया गया।
सूचना पर एसआई डॉक्टर गिरीश चन्द्र श्रीवास्तव व विभागाध्यक्ष डॉक्टर महिम मित्तल मौके पर पहुंचे। एसआईसी डॉक्टर गिरीश चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि स्टेबलाइजर में शॉर्ट सर्किट से धुआं उठा था लेकिन कर्मचारियों ने सूझबूझ का परिचय दिया और तत्काल बिजली काट दी जिससे आग पर काबू पा लिया गया।
दगा दे गया फायर हाइड्रेंट
बीआरडी मेडिकल कालेज में पांच करोड़ की लागत से फायर हाइड्रेंट प्लांट लगाया गया। हर एक वार्ड के बाहर फायर हाइड्रेंट की पाइप लगायी गयी है लेकिन मौका पड़ने पर इसमें पानी की सप्लाई नही आयी। हर वार्ड में फायर एलार्म भी लगाया गया है लेकिन आग लगने पर एलार्म भी नही बजा।
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