व्यापारियों को जोड़ने के लिए सहेजे गए बाजार संयोजक
भारतीय जनता पार्टी ने व्यापारियों को जोड़ने के लिए अब क्षेत्रीय सम्मेलन करना शुरू कर दिया है। वह इसके फायदे भी बता रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। पांच राज्यों में मिली पराजय के बाद भाजपा अपने वोटों को सहेजने के लिए तरह-तरह के जतन कर रही है। इसी क्रम में व्यापारियों को भी सहेजने का सिलसिला पार्टी के व्यापार प्रकोष्ठ ने शुरू किया है। शहर के शिप्रा लान में हुए व्यापार प्रकोष्ठ की क्षेत्रीय सम्मेलन में बाजार संयोजकों को उनकी जिम्मेदारियां बताने का प्रयास इसी सिलसिले की एक कड़ी थी। सम्मेलन में गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ़ मंडल के 10 जिलों के बाजार संयोजकों ने हिस्सा लिया।
सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि व्यापारियों को आश्वस्त किया कि उनकी हर समस्या के समाधान की हर संभव कोशिश होगी। व्यापारियों की दिक्कत के हिसाब से जीएसटी के नियमों में बदलाव किए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री अतुल गर्ग ने कहा कि जीएसटी की ऑनलाइन प्रक्रिया पहले के मुकाबले काफी सुधर गई है। नई व्यवस्था में व्यापारियों के शोषण की कोई गुंजाइश नहीं रह गई है। व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत शारदा ने कहा कि कहा कि बसपा राज में यूपी से 5828 और सपा सरकार में 17 हजार 823 उद्यमियों ने पलायन किया था। भाजपा सरकार में यह पलायन पूरी तरह से रुक गया है। योगी सरकार द्वारा इन्वेस्टर्स मीट के सफल आयोजन का ही नतीजा है कि प्रदेश में चार लाख 28 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। 60 हजार करोड़ का निवेश हो भी हो गया है। मुद्रा बैंक के जरिए देश में 14.50 करोड़ और यूपी में 3.50 करोड़ रुपये ब्याजमुक्त ऋण के तौर पर दिए गए हैं। अब तो लघु उद्यमियों को 59 मिनट में ऋण मिल जाता है। इस अवसर पर क्षेत्रीय अध्यख डॉ. धर्मेद्र ंिसह, प्रदेश सह संयोजक मनीष कुमार, क्षेत्रीय संयोजक डॉ. अजय अग्रवाल, अजय गौतम, संतोष गोयल, राजेश जायसवाल आदि मौजूद रहे।
दिक्कत है तो पाकिस्तान चले जाएं नसीर
व्यापारी सम्मेलन के दौरान भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत शारदा ने फिल्म अभिनेता नसीरूद्दीन शाह को कड़ी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जिस देश में नसीर को अतुलनीय सम्मान मिला, वहां उन्हें डर लग रहा है तो यह अजीब सी बात है। अगर इतना ही डर है तो वह पाकिस्तान चले जाएं और अपना डर दूर कर चैन से रहें।