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भाजपा सांसद ने पुलिस को लिखकर दिया- मुझे जाति सूचक गालियां दी गईं, मुकदमा दर्ज कीजिए Gorakhpur News

गोरखपुर के बांसगांव से भाजपा सांसद कमलेश पासवान ने पुलिस को लिखकर दिया है कि उन्‍हें जाति सूचक गालियां दी गईं हैं। उन्‍होंने मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 07:15 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 01:58 PM (IST)
भाजपा सांसद ने पुलिस को लिखकर दिया- मुझे जाति सूचक गालियां दी गईं, मुकदमा दर्ज कीजिए Gorakhpur News
भाजपा सांसद ने पुलिस को लिखकर दिया- मुझे जाति सूचक गालियां दी गईं, मुकदमा दर्ज कीजिए Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के छात्रसंघ चौराहे पर स्थित पैनेशिया अस्पताल के प्रबंधन और संचालन को लेकर पिछले दिनों हुए विवाद में दर्ज मुकदमे में भाजपा सांसद कमलेश पासवान ने कैंट पुलिस को लिखित बयान भेजा है। बयान में उन्होंने दूसरे पक्ष के लोगों के जाति सूचक गाली देने की बात दोहराई है। साथ ही निदेशक मंडल के सदस्य डा. प्रमोद सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज न होने पर सवाल भी खड़ा किया है। सांसद के विरुद्ध मारपीट और लूट सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है। उनका बयान आने के बाद पुलिस दूसरे पक्ष का बयान लेने की तैयारी में है।

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यह है मामला

पैनेशिया अस्पताल के प्रबंधन और संचालन को लेकर निदेशक मंडल में लंबे समय से विवाद चल रहा है। इसको लेकर 22 जून को दोनों पक्ष अस्पताल में ही आमने-सामने आ गए थे। काफी देर तक उनके बीच झड़प होती रही। हाथापाई की नौबत आने पर पुलिस ने स्थिति संभाली। दोनों पक्ष से आठ लोग हिरासत में लिए गए थे। हालांकि 107/116 में पाबंद करने के बाद सभी को थाने से छोड़ दिया गया था।

सांसद पर भी दर्ज हैं कई मामले

इस मामले में निदेशक मंडल के संस्थापक सदस्य विजय कुमार पांडेय की तहरीर पर भाजपा सांसद कमलेश पासवान व डा.प्रमोद सहित छह नामजद और 40-50 अज्ञात के विरुद्ध बलवा, लूटपाट और मारपीट व कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है। दूसरी तरफ सांसद की तहरीर पर विजय पांडेय सहित आठ नामजद और 40-50 अज्ञात पर एससीएसटी, मारपीट व कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है।

सांसद ने भेजा लिखित बयान

मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस शांत बैठ गई थी। इसी बीच सांसद ने लिखित बयान भेजकर पुलिस को हरकत में ला दिया है। अपने बयान में उन्होंने निदेशक मंडल से जुड़े रहे राज श्रीवास्तव के भी विवाद में शामिल रहने का दावा करते हुए मुकदमे में उन्हें भी अभियुक्त बनाने की मांग की है। निदेशक मंडल के सदस्य डा. प्रमोद ने भी विवाद के बाद अलग से तहरीर दी थी, लेकिन उस पर मुकदमा नहीं दर्ज हुए है। कैंट पुलिस का कहना है कि डा. प्रमोद की तहरीर को सांसद की ओर से दर्ज कराए मुकदमे में शामिल कर लिया गया है। सांसद ने इस पर एतराज जताते हुए डा. प्रमोद की तहरीर पर भी मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।


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