जन्म लेते ही 'पा' जैसा दिख रहा है यह बच्चा, 40 लाख बच्चों में से एक में होती है यह बीमारी Basti News
यहां पर एक बच्चा पैदा हुआ है जो देखने में बुजुर्ग लग रहा है। डाक्टरों का कहना है कि वह प्रोजेरिया रोग से पीड़ित है। उसे देखने की भीड़ लगी हुई है।
By Edited By: Published: Tue, 06 Aug 2019 07:32 AM (IST)Updated: Tue, 06 Aug 2019 03:26 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। आपको पा फिल्म याद होगी। अमिताभ बच्चन ने एक ऐसे बच्चे की भूमिका निभाई है जो प्रोजेरिया रोग से पीड़ित है। इस बीमारी में बच्चा अपनी उम्र से काफी अधिक दिखता है और बचपन में ही बुजुर्ग जैसा नजर आता है। बस्ती जिले में भी एक नवजात ऐसे ही है। रविवार को एक नवजात बच्चा बहादुरपुर के बभननीयाएं गांव में जन्मा है। मां मनीषा व पिता सूरज बच्चे की सूरत देख सहम गए हैं।
जन्म लेते ही बुजुर्ग जैसे दिखने वाले नवजात को देख आसपास के लोग आश्चर्य में हैं। जन्म के तत्काल बाद बच्चे को बहादुरपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां चिकित्सक ने बच्चे की स्थिति जांची। बाद में उसे जिला महिला अस्पताल रेफर कर दिया। नवजात के बारे में क्या कहते हैं डाक्टर बाल रोग विशेषज्ञ डा.पंकज शुक्ल ने बच्चे की जांच की। सिक न्यू बार्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में उसे भर्ती किया। डा. पंकज कहते हैं कि बच्चे की आंख व सिर बड़ा है। चेहरा बुजुर्ग जैसा दिख रहा है। प्रारंभिक जांच में प्रोजेरिया बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं। बताया कि ऐसे बच्चे जन्म से ही बूढ़े दिखने लगते हैं। उनकी शारीरिक उम्र तेजी से बढ़ती है।
बच्चा पूरे दिन का होकर पैदा हुआ है। वजन एक किलो है। जबकि सामान्य औसत ढाई किलो होनी चाहिए। चिकित्सक ने बताया कि रविवार को ही बच्चा पैदा हुआ था। तभी से वह ऐसे ही दिख रहा है। वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा.पीके श्रीवास्तव भी प्रोजेरिया बीमारी के लक्षण बता रहे हैं। 40 लाख बच्चों में किसी एक को होती है यह बीमारी चिकित्सकों के अनुसार 40 लाख बच्चों में एक बच्चा प्रोजेरिया बीमारी से पीड़ित होता है। बस्ती में अब दो बच्चे ऐसे हो गए हैं। इसकी जांच दिल्ली में होती है। इसमें धन अधिक खर्च होता है।
सिर्फ 13 साल होती है आयु वैसे प्रोजेरिया बीमारी से पीड़ित अधिकांश बच्चों की आयु 13 साल ही होती है। वरिष्ठ फिजीशियन डा.रामजी सोनी कहते हैं कि नवजात बच्चे में प्रोजेरिया बीमारी के लक्षण चेहरे पर ही दिखते हैं। फाइनल जांच दिल्ली में होती है। न्यूरो फिजीशियन इलाज कर सकते हैं। बच्चों में यह बीमारी गर्भावस्था में महिलाओं को फोलिक एसिड की कमी से होती है। गर्भावस्था में मां को चाहिए भरपूर मात्रा में फोलिक एसिड मेनटेन करें। बड़े हास्पिटल में ही इलाज संभव है।
जन्म लेते ही बुजुर्ग जैसे दिखने वाले नवजात को देख आसपास के लोग आश्चर्य में हैं। जन्म के तत्काल बाद बच्चे को बहादुरपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां चिकित्सक ने बच्चे की स्थिति जांची। बाद में उसे जिला महिला अस्पताल रेफर कर दिया। नवजात के बारे में क्या कहते हैं डाक्टर बाल रोग विशेषज्ञ डा.पंकज शुक्ल ने बच्चे की जांच की। सिक न्यू बार्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में उसे भर्ती किया। डा. पंकज कहते हैं कि बच्चे की आंख व सिर बड़ा है। चेहरा बुजुर्ग जैसा दिख रहा है। प्रारंभिक जांच में प्रोजेरिया बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं। बताया कि ऐसे बच्चे जन्म से ही बूढ़े दिखने लगते हैं। उनकी शारीरिक उम्र तेजी से बढ़ती है।
बच्चा पूरे दिन का होकर पैदा हुआ है। वजन एक किलो है। जबकि सामान्य औसत ढाई किलो होनी चाहिए। चिकित्सक ने बताया कि रविवार को ही बच्चा पैदा हुआ था। तभी से वह ऐसे ही दिख रहा है। वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा.पीके श्रीवास्तव भी प्रोजेरिया बीमारी के लक्षण बता रहे हैं। 40 लाख बच्चों में किसी एक को होती है यह बीमारी चिकित्सकों के अनुसार 40 लाख बच्चों में एक बच्चा प्रोजेरिया बीमारी से पीड़ित होता है। बस्ती में अब दो बच्चे ऐसे हो गए हैं। इसकी जांच दिल्ली में होती है। इसमें धन अधिक खर्च होता है।
सिर्फ 13 साल होती है आयु वैसे प्रोजेरिया बीमारी से पीड़ित अधिकांश बच्चों की आयु 13 साल ही होती है। वरिष्ठ फिजीशियन डा.रामजी सोनी कहते हैं कि नवजात बच्चे में प्रोजेरिया बीमारी के लक्षण चेहरे पर ही दिखते हैं। फाइनल जांच दिल्ली में होती है। न्यूरो फिजीशियन इलाज कर सकते हैं। बच्चों में यह बीमारी गर्भावस्था में महिलाओं को फोलिक एसिड की कमी से होती है। गर्भावस्था में मां को चाहिए भरपूर मात्रा में फोलिक एसिड मेनटेन करें। बड़े हास्पिटल में ही इलाज संभव है।
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