पंचायत चुनाव से पहले गोरखपुर में फिर होगा परिसीमन, जानें क्यों ? Gorakhpur News
UP Panchayat Election 2020 गोरखपुर में कई जिला पंचायत एवं क्षेत्र पंचायत के वार्ड की सीमा में बदलाव संभव है। इसके लिए परिसीमन की तैयारी शुरू कर दी गई है। प्रक्रिया भी अगले सप्ताह शुरू हो सकती है।
उमेश पाठक, गोरखपुर। वर्ष 2006-07 में परिसीमन शब्द खूब चर्चा में था। उस समय विधानसभा क्षेत्रों का परिसीमन हुआ था और कई नए क्षेत्र अस्तित्व में आए थे। कई क्षेत्रों का भूगोल बदल गया था। 2020 में एक बार फिर यह शब्द चर्चा में है। इस बार पंचायती राज विभाग की ओर से परिसीमन होने जा रहा है। जिले में कई जिला पंचायत एवं क्षेत्र पंचायत के वार्ड की सीमा में बदलाव संभव है। इसके लिए परिसीमन की तैयारी शुरू कर दी गई है। प्रक्रिया भी अगले सप्ताह शुरू हो सकती है।
इसलिए पड़ी जरूरत
परिसीमन का कारण नगर निगम के सीमा विस्तार एवं कुछ नगर पंचायतों के अस्तित्व से जुड़ा है। नगर निगम के सीमा विस्तार में 31 नए गांवों को शामिल करने का फैसला किया गया और इसको लेकर शासन की ओर से नोटिफकेशन भी जारी हो गया। कैंपियरगंज को नए नगर पंचायत का दर्जा दिया गया है। इसमें भी कुछ गांव शामिल हुए। पिपराइच व कुछ अन्य नगर पंचायतों के सीमा विस्तार में भी नए गांवों को शामिल किया गया है। इस तरह से 46 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जो पंचायती राज विभाग का हिस्सा अब नहीं रह गई हैं। 30 सितंबर को ये विभाग से अलग हो चुकी हैं इसलिए इस बार वहां प्रधान का चुनाव नहीं होगा। ग्राम पंचायतों के अलग होने से उससे लगे जिला पंचायत एवं क्षेत्र पंचायत के वार्ड की सीमा भी प्रभावित हुई है। उसका असर कुछ अन्य वार्डों पर भी पड़ा है। इनकी सीमा को नए सिरे से निर्धारित करने के लिए परिसीमन किया जाएगा। शासन की ओर से पत्र जारी कर दिया गया है और सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी (एडीपीआरओ) को शासन में इस कार्य के लिए प्रशिक्षण भी मिल चुका है। जिला पंचायत या क्षेत्र पंचायत के कितने वार्डों की सीमा में परिवर्तन होगा, यह परिसीमन पूरा होने के बाद स्पष्ट हो सकेगा।
46 ग्राम पंचायतों के नगर निगम व नगर पंचायतों की सीमा में शामिल हो जाने के बाद जिला पंचायत एवं क्षेत्र पंचायत वार्डों का परिसीमन होना है। इस संबंध में शासन की ओर से पत्र आया है। एडीपीआरओ परिसीमन से जुड़ा प्रशिक्षण लेकर आए हैं। अगले सप्ताह से इसकी प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। - हिमांशु शेखर ठाकुर, जिला पंचायत राज अधिकारी