Basti News: युवती को इंटरनेट कॉलिंग के जरिये परेशान कर रहा था युवक, पुलिस ने किया गिरफ्तार
बस्ती जिले में एक युवती ने एसपी से मिलकर शिकायत की थी कि युवक उसे इंटरनेट मीडिया से कॉल व मैसेज कर परेशान कर रहा है। जिसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए साइबर व सर्विलांस सेल की मदद से युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
गोरखपुर, जागरण टीम। बस्ती जिले में एक युवती को इच्छा मृत्यु मांगने के लिए मजबूर करने वाले आरोपित को पुलिस ने आखिरकार पकड़ ही लिया। रुधौली पुलिस ने साइबर और सर्विलांस सेल की मदद से आरोपित को धर दबोचा।
ये है मामला: पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने आरोपित के गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दिनों एक युवती ने उनसे मिलकर बताया कि उसे एक युवक इंटरनेट कालिंग (वीओआईपी काल) के माध्यम से परेशान करता है। उसकी शादी होने वाली थी, उसे भी वह तोड़वा चुका है। ऐसे में वह तंग आ गई है। उसने इच्छामृत्यु की मांग की। मामले की गंभीरता को देखते हुए युवती को समझा बुझाकर घर भेजा गया और आरोपित को पकड़ने के लिए पुलिस टीम के साथ ही सर्विलांस सेल और साइबर सेल को भी लगाया गया।
इन्होंने किया गिरफ्तार: प्रभारी निरीक्षक रुधौली रामकृष्ण मिश्र, प्रभारी सर्विलांस सेल दुर्विजय व प्रभारी साइबर सेल मजहर खान की टीमों ने संयुक्त कार्यवाही में आरोपित युवक राकेश चौधरी निवासी गोठवा थाना रुधौली को थाना क्षेत्र के बभनी मिश्र गांव निकट शराब भट्ठी के निकट गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित के पास से घटना में मोबाइल भी बरामद कर ली गई है।
कोरोना टीकाकरण के दौरान लिया पीड़िता का नंबर: पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसने फार्मेसी में डिप्लोमा किया है। युवती व युवक दोनों कोरोना टीकाकरण अभियान से जुड़े थे। आरोपित ने टीकाकरण के दौरान पीड़िता का मोबाइल नंबर प्राप्त कर लिया। आरोपित द्वारा बताया गया कि वह पीड़िता के मोबाइल नंबर पर बात करने लगा। उसने पीड़िता को विवाह करने के लिए कहा जिस पर पीड़िता ने मना कर दिया। इससे नाराज होकर आरोपित ने पीड़िता से अनजान बनकर इंटरनेट काल व वाट्सएप पर मैसेज कर अपशब्द कहने लगा। आरोपित ने यह भी ध्यान रखा कि पीड़िता उसकी आवाज को पहचान न पाए।
ऐसे किया वारदात: आरोपित द्वारा बताया गया कि एक एप द्वारा फेक वीओआइपी (वायस ओवर इंटरनेट प्रोटोकाल) नंबर जनरेट करके उसके माध्यम से फेक वाट्सएप एकाउंट बनाया। इसके बाद पीड़िता व पीड़िता के परिवार को अपशब्द कहते हुए धमकी देने लगा। आरोपित को पूर्ण विश्वास था कि इस एप के जरिए वाट्सएप से मैसेज करने पर पुलिस उसे पकड़ नहीं पाएगी।