सरयू उफनाई,आबादी की तरफ बढ़ रहा पानी
पहाड़ी नदियों के पानी से सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। उफनाई सरयू नदी तबाही मचाने को आतुर है। तटबंधों पर पानी का दबाव बढ़ गया है। नदी किनारे गांव पानी से घिरने लगे हैं। कई जगह कटान भी शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता,दुबौलिया,बस्ती: पहाड़ी नदियों के पानी से सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। उफनाई सरयू नदी तबाही मचाने को आतुर है। तटबंधों पर पानी का दबाव बढ़ गया है। नदी किनारे गांव पानी से घिरने लगे हैं। कई जगह कटान भी शुरू हो गई है। गुरुवार को नदी खतरे के निशान से सात सेमी जबकि शुक्रवार को नदी खतरे के निशान से 40 सेमी ऊपर प्रवाहित होने लगी। बाढ़ का पानी आबादी की ओर पानी तेजी बढ़ने लगा है। इससे ग्रामीण दहशत में है। दुबौलिया विकास क्षेत्र की आधी आबादी एक बार फिर बाढ़ की चपेट में आ गई है। नदी और तटबंध के बीच स्थित सुविखाबाबू गांव चारों तरफ से पानी से घिर गया है। सैकड़ों बीघे धान की फसल जलमग्न हो गई है। सुविखाबाबू गांव में छात्र-छात्राएं जान जोखिम में डालकर नाव से स्कूल जा रहे है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार नदी 93.12 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। क्षेत्र के अशोकपुर के कुछ मजरों, भुवरिया, श्रीराम पुरवा, माझा किताउवल के कुछ पुरवें, बिसुनदासपुर पुर अनुसूचित बस्ती, खजांची पुर के एक पुरवे के तरफ पानी तेजी से बढने लगा है। कुछ मजरों के रास्तों पर पानी चढ़ गया है। जिसके चलते ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कुछ जगहों पर हल्की कटान भी हो रही है। जलस्तर बढ़ने से कटरिया-चांदपुर, चांदपुर-गौरा, गौरा-सैफाबाद तटबंध को सुरक्षित रखने के लिए बनाए गए स्परों एवं ठोकरों पर दबाव बढ़ा गया है। टकटकवा व किसुनपुर मोजपुर ¨रगबाध पर दबाव बरकरार है। सहायक अभियंता जितेंद्र कुमार ने बताया अभी जलस्तर में और वृद्धि हो सकती है, तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है, लगातार निगरानी की जा रही है। -- टकटकवा ¨रगबांध ओवरफ्लो सरयू का जलस्तर बढ़ने से बैरागल ग्राम पंचायत के टकटकवा मजरे की सुरक्षा के लिए बनाया गया ¨रग बांध ओवरफ्लो हो गया है मौजूदा समय में करीब 16 परिवार यहां निवास करते हैं। पिछले दिनों तहसील प्रशासन ने तीन परिवारों को विस्थापित किया था। ---- तहसीलदार ने तटबंध का लिया जायजा शुक्रवार को तहसीलदार हर्रैया सत्येंद्र कुमार ¨सह ने कटरिया-चांदपुर तटबंध का निरीक्षण किया। कटरिया गांव के पास सुविखाबाबू के ग्रामीणों से बात कर उनको हर सम्भव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। तहसीलदार ने बताया की किसानों की बर्बाद हुई फसल का आकलन जलस्तर घटने के बाद किया जाएगा। पशुपालन विभाग से बात करके पशुपालकों में चारे का वितरण जल्द करवा दिया जाएगा। गांव में आने जाने के लिए तीन नाव लगाई गई है।