सोनौली सीमा से हो रही प्रतिबंधित विदेशी कुत्तों की तस्करी, सीमा पार कराने का 40 से 50 हजार रुपये तक लेते हैं तस्कर
Smuggling on the Indo-Nepal Border सोनौली बार्डर से नेपाल से भारत में प्रतिबंधित विदेशी कुत्तों की तस्करी हो रही है। एक कुत्ते को सीमा पार कराने का तस्कर 40 से 50 हजार रुपये तक लेते हैं। काफी दिनों से सीमा पर इसकी जांच बंद है।

महराजगंज, जागरण संवाददाता। कस्टम एक्ट के अनुसार विदेशी नस्ल के कुत्तों को भारत से नेपाल ले जाने या फिर नेपाल से भारत लाने पर प्रतिबंध है। बावजूद इसके सोनौली सीमा के मुख्य रास्ते से ही तमाम कैरियर विदेशी नस्ल के कुत्तों को सरहद आर पार करा उन्हें ऊंची कीमत पर बेच रहे हैं। बीते वर्ष को कुत्तों के सरहद आर पार करने के दो मामले आए थे। जिसमें सोनौली निवासी दो व्यक्तियों से पुलिस ने घंटों पूछताछ की थी।
नहीं हो रही जांच
पुलिस ने कुत्ता तस्करी के सरगना की तलाश शुरू की, तो कुत्ता तस्करी कई माह तक थम गई। इधर कुछ दिनों से सोनौली मुख्य सीमा, गली न. दो, एसएसबी कैंप के पीछे, फरेंदी तिवारी, डंडा हेड, श्यामकाट, तिलहवा, शेषफरेंदा, केवटलिया, खनुआ व आराजी सरकार उर्फ बैरियहवा गांव के रास्ते विदेशी नस्ल के कुत्ते की तस्करी शुरू हुई है।
40 से 50 हजार रुपये लेते हैं कैरियर
कुत्ता तस्करी करने वाले कैरियर उनको सीमा पार कराकर अपने गंतव्य स्थानों तक पहुंचाने के एवज में 40 से 50 हजार रुपये तक लेते हैं। कैरियर में पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल हैं। जो कि सुरक्षा एजेंसियां को चकमा देने के लिए पति-पत्नी बन कर सरहद पार करते हैं।
नेपाल से भारत होती है कुत्तों की तस्करी
विदेशी कुत्तों की तस्करी कैनाडा से फ्लाइट के जरिये नेपाल, वहां से पगडंडी रास्तों से भारत के पंजाब में भेजें जाते हैं। जिसकी एवज में तस्कर को एक लाख रुपये तक मिलते हैं।
विदेशी नस्ल के कुत्तों पर है प्रतिबंध
विदेशी नस्ल के कुत्तों पर सरहद आर पार करने पर प्रतिबंध है। इसको सरहद आरपार करने की एक जटिल व तमाम कोरम युक्त कागजी प्रक्रिया है। सोनौली सीमा से आज तक विदेशी कुत्ते के आयात-निर्यात नहीं हुए हैं। - एसके पटेल, कस्टम अधीक्षक।
सोनौली सीमा के रास्ते विदेशी नस्ल के कुत्तों की तस्करी की सूचना मिली है। कुत्ता तस्करों को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं। - डा. कौस्तुभ, एसपी महराजगंज।

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