India-Nepal Relations: भारत से नेपाल प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध, बार्डर पर रोके गए प्याज लदे ट्रक
भारत सरकार ने नेपाल में प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश मिलते की नेपाल सीमा पर प्याज लदे ट्रकों को रोक दिया गया।
महराजगंज, जेएनएन। प्याज के बढ़ते दाम को देखते हुए भारत सरकार ने नेपाल में प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने प्याज के निर्यात को प्रतिबंधित कर दिया है। आदेश के बाद प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। सोनौली के कस्टम उपायुक्त शशांक यादव ने बताया कि देश भर में प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगने के मद्देनजर उसके नेपाल सहित सभी देशों में निर्यात पर रोक लगा दी गई है। आदेश आने के बाद सोनौली सीमा पर प्याज लदे ट्रकों की एंट्री प्रतिबंधित कर दी गई है। जो प्याज लदे ट्रक सीमा पर पहुंच गए थे, उन्हें कस्टम विभाग व एसएसबी द्वारा वापस लौटाया जा रहा है।
सीमा पर तस्करी रोकने पर बनी सहमति
सोनौली भारत व नेपाल के अधिकारियों के बीच सीमा सुरक्षा के मद्देनजर बैठक हुई । नौतनवा एसडीएम प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में तस्करी रोकने एवं घुसपैठ पर पूर्णत: पाबंदी लगाने को लेकर चर्चा हुई। एसडीएम ने कहा कि खुली सरहद पर आए दिन तस्करी व घुसपैठ से संबंधित घटनाएं सामने आ रहीं हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मियों के रात्रि में गश्त का समय और बढ़ाया जाए। उन्होंने नेपाल के अधिकारियों से देश विरोधी गतिविधियों पर नजर बनाए रखने अपील की। इस मौके पर एसएसबी सहायक कमांडेंट संजय प्रसाद, कोतवाल आशुतोष कुमार सिंह, कस्टम अधीक्षक सीवी सिंह, ईओ राजनाथ यादव, नेपाल के बेलहिया इंस्पेक्टर ईश्वरी अधिकारी, नेपाल एपीएफ प्रभारी विजय थापा सहित आब्रजन एवं खुफिया विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
मंदिरों को खोलने की मिले अनुमति
नेपाल में अब धीरे-धीरे दुकानों, होटलों और अन्य व्यावसायिक संगठनों को खोलने की अनुमति मिल रही है। विश्व हिंदू महासंघ ने सरकार से धार्मिक स्थलों को भी खोलने की मांग की है। नेपाल की राजधानी काठमांडू में स्थित पशुपति नाथ मंदिर में बीते छह महीनों से आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक है। महासंघ के अध्यक्ष रामचंद्र पौडेल ने कहा कि सरकार गाइडलाइन के साथ अब मंदिरों को खोलने की अनुमति प्रदान करे। जिससे लोग आसानी से शारिरिक दूरी का पालन करते हुए भगवान की आराधना कर सकें। महासचिव गणेश प्रसाद नुपाने ने एक बयान जारी कर बताया कि सरकार से अन्य क्षेत्रों के प्रतिष्ठानों को तो खोल दिया है लेकिन मठों, मंदिरों को बंद रखा गया है।