गोरखपुर शहर में अब इन रास्तों से चलेंगे ऑटो रिक्शा, जानें-निश्चित स्थान पर पहुंचने के लिए कहां मिलेंगे ऑटो Gorakhpur News
शहर की स्थिति और जाम के कारणों को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग ने मिलकर नौ रूटों का निर्धारण किया है। यह नई व्यवस्था 10 दिसंबर से पूरी तरह लागू हो जाएगी।
गोरखपुर, जेएनएन। सवारी की लालच में किसी भी रूट पर चलने वाले ऑटो रिक्शा के चालक अब मनमानी नहीं कर सकेंगे। ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग ने मिलकर शहर के ऑटो रिक्शा के लिए नौ रूट निर्धारित कर दिया है। यह नई व्यवस्था 10 दिसंबर से पूरी तरह लागू हो जाएगी, जिसके बाद लोगों को काफी हद तक ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी।
अभी तक ऑटो रिक्शा के लिए तय नहीं था रूट
अभी शहर में ऑटो रिक्शा के लिए कोई रूट व्यवस्था नहीं है। ऑटो रिक्शा वाले अधिक सवारी के लालच में किसी भी रूट पर गाड़ी दौड़ाते हैं। नतीजा ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ जाती है। इससे लोगों को कई घंटे तक परेशान होना पड़ता है। इतना ही नहीं, कई बार तो ऑटो रिक्शा वाले भी सवारी को लेकर आपस में झगड़ा करना शुरू कर देते हैं।
नौ रूट निर्धारित
शहर की स्थिति और जाम के कारणों को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग ने मिलकर नौ रूटों का निर्धारण किया है। इसमें रूट नंबर एक बरगदवां, गोरखनाथ से धर्मशाला आएंगे और वापस जाएंगे। रूट नंबर दो के तहत धर्मशाला मछली मंडी से मेडिकल कॉलेज जाएंगे और वापस आएंगे। जबकि तीसरे रूट धर्मशाला मछलीमंडी से असुरन होते हुए पिपराइच जाएंगे और आएंगे। चौथा रूट धर्मशाला (शनिदेव मंदिर) से कालीमंदिर, गोलघर, कचहरी चौराहा, शास्त्री चौक, अलहदादपुर, टीपीनगर रुस्तमपुर जाएंगे, इसी रास्ते आएंगे। रूट नंबर पांच के तहत सीएस चौराहा से मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट, नंदानगर, जगदीशपुर होते हुए सोनबरसा जाएंगे और आएंगे। रूट नंबर छह के तहत सीएस चौराहे से कूड़ाघाट, इंजीनियरिंग कॉलेज की ओर जाएंगे और आएंगे। जबकि रूट नंबर सात के तहत आंबेडकर चौराहे से छात्रसंघ, पैड़लेगंज, मोहद्दीपुर होते हुए इंजीनियरिंग कॉलेज जाएंगे और वापस आएंगे। इसी तरह से रूट नंबर आठ के तहत आंबेडकर चौराहा, सब्जी मंडी से कैंट चौराहा, रुस्तमपुर होते हुए टीपी नगर जाएंगे और आएंगे और रूट नंबर नौ के तहत शास्त्री चौराहे से बेतियाहाता, अलहदादपुर, टीपीनगर, नौसढ़ तक जाएंगे और वापस आएंगे।
शहर में पांच हजार ऑटो रिक्शा
इस संबंध में एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा का कहना है कि गोरखपुर शहर में में करीब 5000 ऑटो रिक्शा चलते हैं। सवारी के चक्कर में एक ही रूट पर ज्यादा ऑटो चलने से जाम लग जाता है। इससे निजात पाने के लिए रूट निर्धारित किया गया है।