ARTO की गिरफ्तारी...अधिकारियों में थी गहरी पैठ, एक इशारे पर होता था काम Gorakhpur News
ARTO की गिरफ्तारी ओवरलोड ट्रकें चलवाने वाले अधिकारियों की विभागीय अधिकारियों में गहरी पैठ थी। इनके एक इशारे पर बड़ा से बड़ा काम हो जाता था।
गोरखपुर, जेएनएन। ओवरलोड प्रकरण में पुलिस के हत्थे चढ़ा संतकबीरनगर का पीटीओ (यात्री कर अधिकारी) संदीप चौधरी पांच साल तक गोरखपुर में भी रह चुका है। वर्ष 2013 से 2017 तक गोरखपुर रहते हुए उसने गिरोह के नेटवर्क में गहरी पैठ बना ली थी। इसी कारण उसका हर कार्य चुटकी बजाते होता था।
एक साथ दो-दो पदों का देख रहा था कार्य
ओवरलोड ट्रकों और डग्गामार बसों को रुपये लेकर पास कराने वाले गिरोह के अलावा विभागीय अधिकारियों के बीच उसका उठना-बैठना था। तभी तो उसने अपना स्थानांतरण गोरखपुर और बस्ती से सटे जनपद में उसी पद पर करा लिया। पीटीओ के साथ वह सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी का भी कार्य देख रहा था। गोरखपुर में तैनाती के दौरान लोगों से मिलना-जुलना पंसद नहीं था। विभाग के लोगों से भी कटा-कटा रहता था। लेकिन नेटवर्क से अपना संबंध मजबूत बनाए हुए था। तभी तो संतकबीरनगर जाने के बाद नेटवर्क में उसकी पैठ और गहरी हो गई।
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने साधी चुप्पी
दरअसल, इस प्रकरण में गोरखपुर में तैनात आरोपित पीटीओ इरशाद अली और सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन एसपी प्रसाद भी विभाग के लोगों से भी एक दूरी बनाए रहते हैं। कब दफ्तर पहुंचे, कब जांच अभियान में निकल गए। कोई भांप नहीं पाता है। प्रवर्तन के अधिकारी शासन और विभाग के निर्देशित अभियानों पर भी ध्यान नहीं देते। चर्चा है कि एक अधिकारी ने अपने गर्लफ्रेंड के लिए बंगला खरीदा है तो दूसरे ने खूब प्रापर्टी बनाई है। मामला प्रकाश में आने के बाद परिवहन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। अधिकारी इस संबंध में कुछ भी बोलने से कतराने लगे हैं।