आगनबाड़ी कार्यकर्ता की लाश मिली, हत्या की आशका
संतकबीर नगर के मेहदावल में आगनवाड़ी कार्यकर्ता थीं गोरखपुर की रहने वाली इंदू। रेलवे लाइन के किनारे मिली लाश।
गोरखपुर : शहर के सूर्य विहार कालोनी में रहने वाली आगनबाड़ी कार्यकर्ता इंदू उर्फ इंद्रावती यादव (45) की जगतबेला, चिलुआताल में रेलवे लाइन के किनारे बुधवार को लाश मिली। सिर और घुटने में गंभीर चोट के निशान मिले हैं। परिजनों ने उनको अगवा कर लूट के बाद हत्या की आशका जताई है। हालाकि पुलिस इसे प्रथम दृष्टया हादसा मान रही है।
मूलत: संतकबीरनगर जनपद के मेहदावल के जमुहरा गाव निवासी हरिनाथ यादव की पत्नी इंदू, सूर्य विहार कालोनी में किराये का मकान लेकर पति और बच्चों के साथ रहती थीं। जमुहरा गाव में वह आगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर कार्यरत थीं। इसके साथ ही वह लोगों से आरडी जमा कराने का भी काम करती थीं। इसके लिए अक्सर गोरखपुर से मेहादवल आती-जाती रहती थीं। मंगलवार को सुबह 6.30 बजे मेहदावल जाने के लिए निकली थीं। इसके बाद दिन में एक बजे और फिर तीन बजे पति ने फोन कर उनसे बात की थी। तीन बजे फोन करने पर उन्होंने बताया था कि ट्रेन से गोरखपुर आ रही हैं। इसके बाद चार बजे पति के फोन किया तो उनका मोबाइल किसी पुरुष ने उठाया और बताया कि गोरखपुर सिटी हाल्ट के पास उनका एक्सीडेंट हो गया है। फोन उठाने वाले ने पति को जल्दी से सिटी हाल्ट पहुंचने के लिए कहा। पति उस समय कुशीनगर में थे। उन्होंने बेटे और कुछ रिश्तेदारों को फोन कर तत्काल सिटी हाल्ट पहुंचने के लिए कहा।
कुछ देर में ही परिवार के लोग सिटी हाल्ट पहुंच गए लेकिन वहा किसी के एक्सीडेंट होने की पुष्टि नहीं हुई। बाद में उन्होंने इंदू के नंबर पर कई बार संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन फोन नहीं उठा। परिवार के लोग उन्हें तलाश करते रहे। काफी खोजने के बाद भी उनका पता न चलने पर परिजनों ने देर रात जीआरपी थाने में जाकर तहरीर दी। बुधवार को सुबह परिवार के लोग उन्हें खोज रहे थे कि इसी बीच जगतबेला के पास रेलवे लाइन के किनारे उनकी लाश मिलने का पता चला। बाद में मौके पर पहुंचकर उन्होंने शव की शिनाख्त की।
इंदू देवी के सिर पर तीन जगह चोट के निशान मिले हैं। एक पैर के घुटने में भी गंभीर चोट लगी है। पुलिस ट्रेन से गिरने की वजह से उनकी मौत होने की घटना मान रही है, लेकिन परिजन उनकी हत्या की आशका जता रहे हैं। परिजनों के मुताबिक सिर में चोट ट्रेन से गिरने की वजह से नहीं बल्कि किसी भारी चीज से प्रहार किए जाने की वजह से लगी है। उनका तर्क है कि ट्रेन से गिरने पर पूरे शरीर में चोट के निशान मिलने चाहिए लेकिन ऐसा नहीं है। इसी आधार पर वे उनकी हत्या की आशका जता रहे हैं।