UP Panchayat Election 2021: चुनाव से पहले 265 दबंगों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित Gorakhpur News
UP Panchayat Election 2021 चुनाव से पहले पुलिस की रिपोर्ट पर जिला प्रशासन ने 265 दबंगों और बदमाशों के असलहे का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। गोरखपुर जोन में सबसे अधिक कार्रवाई गोंडा जिले और दूसरे नंबर पर गोरखपुर में हुई है।
गोरखपुर, सतीश कुमार पांडेय। पंचायत चुनाव से पहले पुलिस की रिपोर्ट पर जिला प्रशासन ने 265 दबंगों और बदमाशों के असलहे का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। गोरखपुर जोन में सबसे अधिक कार्रवाई गोंडा जिले और दूसरे नंबर पर गोरखपुर में हुई है।सिद्वार्थनगर जिले में एक भी शस्त्र लाइसेंस निलंबित नहीं हुआ है।
जोन में सबसे ज्यादा कार्रवाई गोंडा उसके बाद गोरखपुर में
सकुशल चुनाव संपन्न कराने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। चुनाव में अशांति फैलाने वाले लोगों को चिन्हित कर अभी से निरोधात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है। पाबंद करने के साथ ही ऐसे लोगों की निगरानी शुरू कर दी है।अगर किसी लाइसेंस धारक या उसके परिवार में किसी का पुराना आपराधिक रिकार्ड है तो उसकी समीक्षा कराई जा रही है।2021 के पंचायत चुनाव में अगर ऐसे लोगों से शांति भंग का खतरा है तो लाइसेंस निलंबित कराया जा रहा है।पुलिस की रिपोर्ट पर अब तक 265 दबंग और बदमाशों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित किए जा चुके हैं। 100 से अधिक लोगों का लाइसेंस निरस्त करने की रिपोर्ट भेजी गई है। एडीजी जोन अखिल कुमार ने बताया कि सकुशल पंचायत चुनाव संपन्न कराने को लेकर पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है।चुनाव में माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले लोगों पर प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश जोन के सभी पुलिस कप्तान को दिए गए हैं।
किस जिले में कितनी हुई कार्रवाई
जिला संख्या
गोरखपुर 41
देवरिया 26
कुशीनगर 25
महराजगंज 10
बस्ती 18
संतकबीरनगर 18
गोंडा 65
बहराइच 20
बलरामपुर 40
श्रावस्ती 02
सिद्वार्थनगर 00
ढूंढे जा रहे पिछले चुनाव में बवाल करने वाले
वर्ष 2015 के पंचायत चुनाव में बवाल करने वाले लोगों को पुलिस ढूंढ रही है। इन लोगों की गतिविधियों पर नजर रखने के साथ ही निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी। चुनाव के दौरान या बाद में दर्ज हुए मुकदमे की क्या स्थित है। यह भी पता किया जा रहा है। पंचायत चुनाव के दौरान सबसे ज्यादा 37 मुकदमे गोरखपुर में दर्ज हुए थे।इसके अलावा देवरिया में आठ, कुशीनगर में दो, महराजगंज में तीन, बस्ती में नौ, संतकबीनगर में चार, सिद्वार्थनगर में 13, गोंडा में चार, बहराइच में 11 और बलरामपुर में दो केस दर्ज हुए थे। श्रावस्ती जिले में चुनाव के दौरान कोई हिंसा नहीं हुई थी।