ब्लैकमेलिंग से नाराज दोस्तों ने की थी विकास गुप्ता की हत्या Gorakhpur News
सिद्धार्थनगर के पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष त्रिपाठी ने पुलिस लाइन सभागार में छात्र विकास गुप्ता हत्याकांड का पर्दाफाश किया। संयुक्त टीम ने गुरुवार सुबह इटवा थाना के सेमरी खानकोट गांव स्थित पूर्वांचल ग्रामीण बैंक की शाखा के पास से तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया।
गोरखपुर, जेएनएन : सिद्धार्थनगर के पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष त्रिपाठी ने पुलिस लाइन सभागार में छात्र विकास गुप्ता हत्याकांड का पर्दाफाश किया। मामले की जांच कर संयुक्त टीम ने गुरुवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे इटवा थाना के सेमरी खानकोट गांव स्थित पूर्वांचल ग्रामीण बैंक की शाखा के पास से तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया। यह नेपाल फरार होने के लिए किसी वाहन के इंतजार में थे। पकड़े गए आरोपितों का नाम ढेबरुआ थाना के पचमोहनी गांव निवासी पिंटू पाल, पंकज गौतम व इटवा थाना के गनवरिया गांव निवासी अतुल दुबे है।
मंगलवार को मिला था विकास का शव
एसपी ने बताया कि मंगलवार को इटवा कस्बा स्थित निर्माणाधीन आइटीआइ भवन के प्रथम तल पर 11वीं कक्षा के छात्र विकास गुप्ता का शव मिला था। हत्यारोपितों ने गला काटने के बाद ब्लेड से नस तक काट दिया था। हत्या करने से पहले वहां शराब व बीयर की पार्टी भी हुई थी। मामले का पर्दाफाश करने के लिए इटवा, ढेबरुआ, गोल्हौरा, त्रिलोकपुर, मिश्रौलिया के थानेदार के साथ एसओजी व सर्विलांस टीम को लगाया गया था। टीम ने सीसीटीवी व अन्य साक्ष्यों के आधार पर हत्यारोपितों की शिनाख्त कर ली।
मुख्य आरोपित को उसकी प्रेमिका के साथ देखा था आपत्तिजनक स्थिति में
मुख्य आरोपित पिंटू पाल ने बताया कि उसका प्रेम-प्रसंग एक युवती से चल रहा है। एक दिन विकास गुप्ता ने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। वह इस बात को सार्वजनिक करने की धमकी देने लगा। रोजाना ब्लैकमेल करके पार्टी लेता रहा। इससे आजिज आ गया था। घटना के दिन भी विकास गुप्ता ने पार्टी मांगी थी। निर्माणाधीन आइटीआइ भवन में पहले पार्टी की। शराब व बीयर पी। जब छात्र नशे की स्थिति में पहुंच गया तो हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपितों के रक्तरंजित वस्त्र व घटना में प्रयुक्त हथियार को बरामद कर लिया है। पुलिस अधीक्षक ने टीम का पर्यवेक्षण करने के लिए सीओ इटवा अजय कुमार श्रीवास्तव व शोहरतगढ़ राणा महेंद्र प्रताप सिंह को नियुक्त किया।
टीम में ये रहे शामिल
टीम में एसओ इटवा वेद प्रकाश श्रीवास्तव, ढेबरुआ तहसीलदार सिंह, त्रिलोकपुर रणधीर मिश्रा, मिश्रौलिया मनोज कुमार त्रिपाठी, गोल्हौरा शमशेर बहादुर सिंह, प्रभारी एसओजी पंकज पांडेय, एसआइ रामेश्वर यादव, मुख्य आरक्षी आनंद प्रकाश यादव, राजीव शुक्ला, आरक्षी दिलीप द्विवेदी, विवेक मिश्रा, वीरेंद्र त्रिपाठी, अखिलेश यादव, अवनीश सिंह, मृत्युंजय कुशवाहा, पवन तिवारी आदि शामिल रहे।