गोरखपुर में कान्हा उपवन की जमीन पर फिर कब्जा की कोशिश Gorakhpur News
गोरखपुर के कान्हा उपवन की जमीन पर फिर कब्जा की कोशिश हुई। नगर आयुक्त से इसकी शिकायत की गई तो उन्होंने प्रवर्तन बल और राजस्व टीम को मौके पर भेजा। थोड़ी देर बाद नगर आयुक्त भी पहुंचे और जेसीबी से निर्माण ढहा दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। महेवा वार्ड स्थित कान्हा उपवन की जमीन पर फिर कब्जा की कोशिश हुई। कुछ लोगों ने दीवाली के दिन कान्हा उपवन के पिछले हिस्से में दीवार चलानी शुरू कर दी। रविवार को किसी ने नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह से शिकायत की तो उन्होंने प्रवर्तन बल और राजस्व टीम को मौके पर भेजा। थोड़ी देर बाद नगर आयुक्त भी पहुंचे और जेसीबी से निर्माण ढहाने का निर्देश दिया।
कान्हा उपवन नगर निगम की जमीन पर बनाया गया है। पशुओं को रखने के लिए यहां दो बड़े शेड बनाए गए हैं। इनमें सात सौ पशु रखे जा सकते हैं। हालांकि वर्तमान में पशुओं की संख्या एक हजार से ज्यादा हो गई है। दीपावली के दिन शनिवार को कुछ लोगों ने कान्हा उपवन के पिछले हिस्से की खाली जमीन को अपना बनाते हुए दीवार चलानी शुरू कर दी। स्थानीय लोगों ने विरोध किया तो वह खुद की जमीन होने का कागज दिखाने लगे।
पहले भी हो चुकी है कब्जा की कोशिश
कान्हा उपवन जमीन पर इससे पहले भी कब्जा की कोशिश हो चुकी है। तब महेवा वार्ड के पार्षद रामभुआल कुशवाहा पर आरोप लगे थे। उन्होंने स्थाई निर्माण भी करा लिया था। मामला कोर्ट में भी गया। इस बीच नगर निगम की राजस्व टीम ने सीमांकन कर जमीन खुद की बताई तब जेसीबी से निर्माण को गिरा दिया गया था।
साढ़े तीन करोड़ की लागत से हुआ है निर्माण
कान्हा उपवन का निर्माण साढ़े तीन करोड़ रुपये की लागत से हुआ है। यहां पशुओं के लिए यहां पशु अस्पताल भी बनाया गया है। पशुओं के लिए चारा और भूसा के लिए गोदाम भी बनाए गए हैं।
महाराजगंज भेजे जाते थे पशु
कान्हा उपवन में पशुओं की संख्या ज्यादा होने पर इन्हें महाराजगंज के मधवलिया रेंज में भेज दिया जाता था लेकिन वर्ष 2018 में वहां पशुओं की मौत के मामले में डीएम और अन्य अफसरों पर कार्रवाई के बाद कान्हा उपवन से पशुओं को नहीं भेजा जा रहा है। कुछ पशुओं को गोला और सहजनवा स्थित केंद्रों पर भेजा गया था लेकिन इसके बाद भी कान्हा उपवन में पशुओं की संख्या ज्यादा ही बनी रही।
कान्हा उपवन के पिछले हिस्से में निर्माण की शिकायत के बाद मौके पर गया था। निर्माण गिरा दिया गया है। - अंजनी कुमार सिंह, नगर आयुक्त।