गोरखपुर में प्राइमरी स्कूलों के सभी शिक्षकों को मिलेगा टैबलेट
आने वाले दिनों में टैबलेट का इस्तेमाल न सिर्फ बच्चों की ई-लर्निंग बल्कि शिक्षकों की बायोमीट्रिक प्रणाली से उपस्थिति दर्ज कराने के लिए भी किया जाएगा। शिक्षकों की छुट्टियां तथा अन्य जरूरी काम भी टैबलेट से ही होंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। शासन ने सभी जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों से उनके जिले में कार्यरत शिक्षकों की सूची मांगी है, जिससे उन्हें टैबलेट वितरित कर तकनीकी रूप से दक्ष बनाया जा सके। नए वर्ष में टैबलेट वितरित करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की नई सूची तैयार करनी शुरू कर दी है। वर्तमान में जिले में लगभग साढ़े सात हजार शिक्षक कार्यरत हैं, जिन्हें टैबलेट वितरित किया जाना है।
शासन ने बेसिक शिक्षाधिकारियों से मांगी शिक्षकों की सूची
शासन ने पूर्व में भी टैबलेट के लिए गोरखपुर समेत अन्य जनपदों से शिक्षकों की सूची मांगी थी। सूची अपडेट नहीं होने के कारण उनमें कई नाम ऐसे शामिल हो गए थे, जिनमें से कुछ शिक्षक जहां सेवानिवृत्त हो चुके थे वहीं कुछ दूसरे जनपदों में स्थांतरित होकर चले गए थे। इसके अलावा भी सूची में कई खामियां थी, जिसे देखते हुए शासन ने बीएसए से नई सूची भेजने को कहा है।
अब इसी माध्यम से होंगे सभी कार्य
आने वाले दिनों में टैबलेट का इस्तेमाल न सिर्फ बच्चों की ई-लर्निंग बल्कि शिक्षकों की बायोमीट्रिक प्रणाली से उपस्थिति दर्ज कराने के लिए भी किया जाएगा। शिक्षकों की छुट्टियां तथा अन्य जरूरी काम भी टैबलेट से ही होंगे। शिक्षकों के विद्यालय आने में लेट लतीफी व उन्हें स्मार्ट बनाने के लिए टैबलेट दे रही है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा के निर्देश पर प्रथम चरण में इसका परीक्षण चल रहा है। इसके लिए लखनऊ के पंद्रह विद्यालय पहले ही चयनित किए जा चुके हैं। धीरे-धीरे प्रदेश के अन्य जनपदों में परीक्षण कर इसका वितरण सुनिश्चित कराया जाएगा। जनपद में कुल विद्यालयों की संख्या 3134 है। इसमें 7400 शिक्षक तैनात हैं। इसी तरह से 3300 शिक्षा मित्र और 580 अनुदेशक तैनात हैं। बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह का कहना है कि शिक्षकों को इस वर्ष टैबलेट वितरण को लेकर शासन स्तर पर कवायद चल रही है। जनपद से भी शिक्षकों की सूची मांगी गई। सूची तैयारी की जा रही है, जिसे जल्द भेज दी जाएगी।