इन छात्रों के प्रमाण पत्र गायब भी हो गए तो कोई बात नहीं, यहां से मिल जाएंगे Gorakhpur News
डिजिलॉकर एप प्रमाण पत्रों को सुरक्षित रखने का ऑनलाइन स्टोर है। इस व्यवस्था से अब तक केंद्र सरकार सहित विभिन्न राज्यों के तमाम विभाग जुड़ चुके हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। ओ, ए लेबल, सीसीसी तथा एमटेक सहित राष्ट्रीय इलेक्ट्रानिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) की ओर से जारी सभी प्रमाण पत्र जल्द ही डिजिलॉकर में उपलब्ध होंगे। नाइलिट के गोरखपुर स्थित क्षेत्रीय केंद्र ने सभी छात्र-छात्राओं के प्रमाण पत्र इस ऑनलाइन स्टोर में मुहैया कराने बाबत तैयारी शुरू कर दी है, इस सुविधा से करीब 40 लाख प्रमाण पत्र धारकों को सुविधा मिलेगी।
प्रमाण पत्रों को सुरक्षित रखने का ऑनलाइन स्टोर
डिजिलॉकर एप, प्रमाण पत्रों को सुरक्षित रखने का ऑनलाइन स्टोर है। इस व्यवस्था से अब तक केंद्र सरकार सहित विभिन्न राज्यों के तमाम विभाग जुड़ चुके हैं। यूपी बोर्ड, सीबीएसई और सीआइएससीई जैसे शिक्षा परिषदों के प्रमाण पत्र भी इस पर उपलब्ध हैं।
छात्रों के लिए है सुविधाजनक तंत्र
नाइलिट से जारी प्रमाण पत्रों के डिजिलॉकर पर उपलब्ध हो जाने से युवाओं को अपने अकादमिक प्रमाण पत्रों को संभाल कर रखने, गायब प्रमाण पत्रों को फिर से पाने के साथ सत्यापन के लिए एक विश्वसनीय, प्रामाणिक और सुविधाजनक तंत्र मिल जाएगा। डिजिलॉकर में सर्टिफिकेट मुहैया हो जाने के बाद न केवल हर समय उनकी हार्डकापी रखने की जरूरत खत्म होगी, बल्कि नियोक्ता को इनके सत्यापन में भी सुविधा होगी।
इसके लिए चल रही तैयारी
गोरखपुर नाइलिट के निदेशक डा. एकेडी द्विवेदी का कहना है कि राष्ट्रीय इलेक्ट्रानिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान गोरखपुर से जारी सभी अकादमिक प्रमाण पत्रों को ऑनलाइन स्टोर डिजिलॉकर में उपलब्ध कराने की तैयारी चल रही है। एक से दो माह में युवाओं को इसका लाभ मिलने लगेगा। इससे उन्हें खासी सुविधा होगी।
डिजीलॉकर से यह होंगे फायदे
यह सभी अकादमिक प्रमाण पत्रों को रखने का स्थायी और सुरक्षित ऑनलाइन स्टोर होगा। नकली और जाली प्रमाण पत्रों पर भी प्रभावी रोकथाम लगेगा। सर्टिफिकेट के खोने, खराब होने और नष्ट होने का कोई खतरा नहीं है। नियोक्ता प्रमाण पत्रों का ऑनलाइन, त्वरित और विश्वसनीय सत्यापन भी कर सकेंगे। सत्यापन में लागत, समय और कठिनाइयों में कमी आएगी।