कमिश्नर कार्यालय पर पहुंचकर कुशीनगर की युवती ने की आत्मदाह की कोशिश, जाने क्या है वजह
मंडलायुक्त कार्यालय पर पहुुंची कुशीनगर की युवती ने आत्मदाह की कोशिश कर सनसनी फैला दी। पटटीदारों से उसका भूमि संबंधी विवाद चलता है। विवादित भूमि खाली कराने की मांग को लेकर वह पहले ही कुशीनगर जिला प्रशासन को आत्मदाह की चेतावनी दे चुकी थी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कुशीनगर जिले के पटहेरवा थानाक्षेत्र के ग्राम नाथा पट्टी की निवासी 22 वर्षीय युवती फातिमा पुत्री इसरायल ने अपनी जमीन को पट्टीदारों से मुक्त कराने की मांग को लेकर शुक्रवार की दोपहर मंडलायुक्त कार्यालय पर आत्मदाह करने की कोशिश की। फातिमा गैलेन में करीब पांच लीटर डीजल लेकर मंडलायुक्त कार्यालय पहुंची थी लेकिन वहां पहले से मौजूद कैंट पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। महिला एवं उसके साथ आए दो और लोगों को कैंट थाने पर ले जाया गया है। पटहेरवा पुलिस एवं कुशीनगर के कसया तहसील प्रशासन के अधिकारी भी थाने पर मौजूद हैं। महिला से पूछताछ की जा रही है। कुशीनगर जिला प्रशासन का कहना है कि फातिमा व उसका भाई बाबूजान प्रशासन पर अनावश्यक दबाव डालकर नियम विरुद्ध तरीके से जमीन लेना चाहते हैं।
कुशीनगर जिला प्रशासन को पहले ही दे चुकी थी आत्मदाह की चेतावनी
फातिमा ने आत्मदाह करने की चेतावनी कुशीनगर जिला प्रशासन को पहले ही दी थी। शुक्रवार की दोपहर 12 बजे वह मंडलायुक्त कार्यालय पर पहुंच गई। युवती ने जैसे ही विकास भवन के सामने बने मुख्य गेट से मंडलायुक्त कार्यालय के पोर्टिको की ओर जाने की कोशिश की, वहां पहले से मौजूद कैंट पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और थाने ले गए। सुरक्षा की दृष्टि से फायर बिग्रेड को भी लगाया गया था। युवती के पास से डीजल भी बरामद किया गया। इस बात की जानकारी कुशीनगर पुलिस को भी दे दी गई। महराजगंज में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम होने के कारण मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी कार्यालय में उपस्थित नहीं थे।
यह है प्रकरण
फातिमा व उसके भाई बाबूजान की ओर से अपने विपक्षी शहीद पुत्र तेजू व रियासत पुत्र शहाबुद्दीन व कुछ अन्य लोगों से अपनी जमीन मुक्त कराने की मांग की जा रही है। उसने कई बार तहसील प्रशासन एवं जिला प्रशासन से इसकी शिकायत भी की थी। जिला प्रशासन का कहना है कि 22 सितंबर को कसया के एसडीएम एवं तमकुहीराज के सीओ ने संयुक्त रूप से मौके की जांच की थी। जांच में यह तथ्य प्रकाश में आया कि जिस जमीन की बात की जा रही है वह आबादी श्रेणी की भूमि है। बाबूजान एवं उसके विपक्षी शहीद की वहां पहले से दीवार बनी है। बाबूजान एवं फातिमा उस दीवार को तोड़कर आबादी की भूमि में बढ़कर निर्माण कराना चाहते हैं। यह हिस्सा शहीद एवं काली मंदिर के परिसर में आता है। बाबूजान के पास इस मामले में किसी न्यायालय का आदेश भी नहीं है।
जिला प्रशासन ने जताई साम्प्रदायिक माहौल बिगड़ने की आशंका
कुशीनगर जिला प्रशासन का कहना है कि बाबूजान एवं फातिमा की ओर से अपने काम के लिए नियम विरुद्ध दबाव बनाने से साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की प्रबल आशंका है। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों को पाबंद भी किया जा चुका है।
न्यायालय के आदेश के बिना ही जमीन खाली कराना चाह रही है युवती
कुशीनगर के जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि फातिमा एवं उसके भाई बाबूजान द्वारा विपक्षी से अपनी जमीन मुक्त कराने की मांग की जा रही है। इस प्रकरण की जांच एसडीएम एवं सीओ की संयुक्त टीम ने 22 सितंबर को मौके पर जाकर की थी। जांच में यह बात सामने आयी कि उनके पास न किसी न्यायालय का आदेश नहीं है और वे प्रशासन पर अनावश्यक दबाव बनाकर नियम विरुद्ध तरीके से यह काम कराना चाहते हैं। दोनों पक्षकारों को अपना दावा सिविल न्यायालय में दाखिल करने की सलाह दी गई है। शांति व्यवस्था को देखते हुए दोनों पक्षों को पाबंद भी किया जा चुका है। इसके बाद भी फातिमा नहीं मानी और मंडलायुक्त कार्यालय के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया।