Coronavirus Lockdown Day 7 : काफी तलाश के बाद देवरिया में मिले कोरोना वायरस के पांच संदिग्ध मरीज Gorakhpur News
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आलोक पांडेय के अनुसार यह पांचो संदिग्ध दोहा कतर से फ्लाइट से तीन दिन पूर्व वाराणसी आए थे।
गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया जनपद में कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग को तीन दिन से चल रही कोरोना के पांच संदिग्धों की तलाश पूरी हो गई। मंगलवार की शाम उनका पता लगने के बाद सभी को जिला अस्पताल लाया गया और आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। डॉक्टरों की टीम ने पांचो का सैंपल लेकर जांच के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर भेज दिया है।
दोहा कतर से आए हैं पांचों संदिग्ध
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आलोक पांडेय के अनुसार यह पांचो संदिग्ध दोहा कतर से फ्लाइट से तीन दिन पूर्व वाराणसी आए थे। यह जिस सीट पर बैठे थे इनके बगल में बैठा व्यक्ति वाराणसी में जांच के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उसके बाद दो सीट आगे की लाइन और दो सीट पीछे की लाइन के पूर्णतया संक्रमित होने की गाइडलाइन के बाद जब यात्रियों की तलाश शुरू की गई तो यह पांच लोग देवरिया जिले के यात्री निकले।
वाराणसी से सूचना आने के बाद जारी थी तलाश
वाराणसी से सूचना आने के बाद इनकी तलाश की जा रही थी। मंगलवार की शाम को यह पकड़ में आए। स्वास्थ्य विभाग की टीम इन पांचों लोगों को लेकर आइसोलेशन वार्ड में पहुंची। यह सभी देवरिया जिले के लार क्षेत्र के रहने वाले हैं। सीएमओ व सीएमएस डॉ छोटेलाल की देखरेख में डॉ डीके सिंह, डा. अक़वाम सिद्दीकी, एलटी आरपी सिंह, कमलेश स्टाफ नर्स की टीम ने सैम्पल लिया। सभी संदिग्ध आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं।
क्वारंटाइन सेंटर में रखे जा रहे दूसरे प्रांत से आने वाले लोग
देवरिया जनपद में विदेश व दूसरे प्रांतों से आने वालों की तादाद 15 हजार के पार हो गई है। स्क्रीनिंग के बाद इनको 14 दिन के लिए क्वारंटाइन (एकांतवास) में रखा जा रहा है। जिले के परिषदीय विद्यालयों, सामुदायिक केंद्रों व पंचायत भवनों को क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। कई क्वारंटाइन सेंटरों में इंतजाम ठीक नहीं होने से परिजन घर से बिस्तर व भोजन पहुंचा रहे हैं। हालांकि प्रशासन का दावा है कि इन जगहों पर सोने व भोजन के अलावा बिजली के भी इंतजाम किए गए हैं।
अब तक 11276 लोग होम क्वारंटाइन में
जनपद में 31 मार्च तक विदेश व दूसरे प्रांतों से आने वालों की संख्या 15704 है, जिसमें 11276 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है। अबतक क्वारंटाइन पूरा करने वाले 112 लोगों को घर भेजा जा चुका है। जिला प्रशासन ने तीन दिन पूर्व नई दिल्ली समेत अन्य राज्यों व दूसरे जनपदों से आने वाले लोगों को अकेले रहने के लिए 782 सेंटर बनाए। जहां 7080 लोग क्वारंटाइन किए जा सकते हैं। वर्तमान में इन स्थानों पर 3540 लोगों को रखा गया है। उन्हें चौदह दिन तक यहां रखा जाएगा। मुख्य राजस्व अधिकारी अमृतलाल ङ्क्षबद ने मंगलवार को अपर मुख्य सचिव गृह विभाग व कमिश्नर गोरखपुर को भेजी गई रिपोर्ट में क्वारंटाइन किए गए लोगों के बारे में जानकारी दी है।
विकास खंडों में बने हैं सेंटर
विकास खंड गौरीबाजार के विभिन्न विद्यालयों में 248 लोग रखे गये हैं। ब्लाक के ग्राम असनहर में 13,नगरौली में 12,विरवा में तीन,वेलवा पांडेय में तीन, पाननकुंडा तीन ,नरायनपुर तिवारी दो, बसन्तपुर पांच ,तेन्दूबारी दो तथा मठिया माफी में तीन समेत 248 लोगों को आइसोलेट किया गया हैं। ग्राम पंचायत असनहर में 14 लोगों को प्राथमिक विद्यालय में रखा गया है। सभी लोग बेंच जोड़कर कर अपना बिस्तर लगाकर समय व्यतीत कर रहे हैं। भोजन की व्यवस्था परिजन कर रहें हैं। चिकित्सकों की मोबाइल टीम ने उनके स्वास्थ्य की जांच की। सभी स्वस्थ मिले। मठिया माफी में प्राथमिक विद्यालय में तीन लोगों को आइसोलेशन के दौरान चारपाई व बिस्तर की व्यवस्था खुद किए। भोजन भी घर से आता हैं। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रमाशंकर ङ्क्षसह ने बताया कि टेंट हाऊस में चारपाई नहीं है। साबुन ,बिस्कुट आदि कीट व्यवस्था की जा रही हैं।
रुद्रपुर तहसील क्षेत्र में कोरोना से बचाव के लिए 266 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। यहां 115 लोगों को ठहराया गया है। ब्लाक के 86 गांवों में प्राथमिक विद्यालयों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। विकासखंड बैतालपुर के 27 गांवों में बाहर से आए 129 लोगों को प्राथमिक विद्यालयों में आइसोलेट किया गया है। भाटपाररानी, सलेमपुर, बरहज व लार,भटनी, तरकुलवा, मेहरौना, रामपुरकारखाना, पथरदेवा, मदनपुर संवाददाता के अनुसार इलाके के स्कूलों व पंचायत भवनों में बाहर से आए लोगों को ठहराया गया है। बघौचघाट संवाददाता के अनुसार डीएम अमित किशोर व एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने प्राथमिक विद्यालय मेहाहरहंगपुर में क्वारंटाइन सेंटर का निरीक्षण कर व्यवस्था ठीक दुरुस्त करने का निर्देश दिया।