सिद्धार्थनगर के कालानमक के बाद अब गौरजीत आम को भी मिलेगी पहचान
कालानमक धान के बाद अब यहां के गौरजीत आम को पहचान मिलेगी। शासन स्तर से इसकी पहल शुरू कर दी गई है। जिले में गौरजीत आम के बेहतर उत्पादन वाले ब्लाकों व गांवों को चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
गोरखपुर, प्रशांत सिंह : कालानमक धान के बाद अब यहां के गौरजीत आम को पहचान मिलेगी। शासन स्तर से इसकी पहल शुरू कर दी गई है। जिले में गौरजीत आम के बेहतर उत्पादन वाले ब्लाकों व गांवों को चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन गांवों व ब्लाकों की जीआइ टैगिंग कराई जाएगी। केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान की ओर से जारी मानचित्र में भी इसे दर्शाया जाएगा। चिन्हित क्षेत्र में गौरजीत आम का बाग लगाने के लिए उद्यान विभाग किसानों को प्रेरित करेगा।
उच्चकोटि के गौरजीत आम के उत्पादन के लिए जाना जाता है सिद्धार्थनगर
केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान लखनऊ के निदेशक शैलेंद्र राजन ने उद्यान विभाग को इस संबंध में निर्देश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि उच्चकोटि के गौरजीत आम के उत्पादन क्षेत्र के रूप में सिद्धार्थनगर को जाना जाता है। ऐसे में इसके उत्पादन वाले क्षेत्रों को चिह्नित करके उनको मानचित्र में दर्शाने का काम किया जाए। इसके बाद उस क्षेत्र की जीआइ टैङ्क्षगग (भौगोलिक संकेतक) करके मानचित्र में दर्शाया जाएगा।
छह ब्लाकों में चिन्हित किए गए यह गांव
भनवापुर- भानपुर, मड़हा, भनवापुर, सोहना, सिकटा
बढ़नी- पथरदेईया, चंपापुर, बैरिहवा, गणेशपुर
शोहरतगढ़- गजहड़ा, टेकनार, पकडि़हवा, महला, महली
नौगढ़- धुसरी, शिवपतिनगर, भीमापार, रामपुर
उसका बाजार- पोखरभिटवा, बभनी, महरिया, दतरंगवा, चुरिहारी, महुलानी
इटवा- सेमरी खानकोट
स्वादिष्ट होता है इस क्षेत्र का गौरजीत आम
जिला उद्यान अधिकारी पीएन राम ने कहा कि जनपद के लगभग सभी क्षेत्रों में गौरजीत आम की बागवानी की जाती है। इस क्षेत्र का गौरजीत आम स्वादिष्ट होता है। ऐसे क्षेत्रों को चिह्नित किया गया है जहां इसके सघन बाग हैं। इनकी जीआइ टैगिंग की जाएगी। मानचित्र में इन्हें दर्शाया जाएगा।
केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान ने गौरजीत आम के संबंध में मांगी है जानकारी
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि शासन व केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान ने गौरजीत आम के संबंध में जानकारी मांगी है। उद्यान विभाग ने सूचना एकत्र की है। इसे संबंधित संस्थान को भेजा जाएगा। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।