Move to Jagran APP

बसपा से निकाले जाने के बाद पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी ने कहा- हमने पहले ही छोड़ दी थी पार्टी Gorakhpur News

पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि हम लोगों ने पार्टी पहले ही छोड़ दिया है। लोकसभा चुनाव के बाद ही बसपा से कोई मतलब नहीं रह गया था।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 24 Nov 2019 06:05 PM (IST)Updated: Mon, 25 Nov 2019 09:51 AM (IST)
बसपा से निकाले जाने के बाद पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी ने कहा- हमने पहले ही छोड़ दी थी पार्टी Gorakhpur News
बसपा से निकाले जाने के बाद पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी ने कहा- हमने पहले ही छोड़ दी थी पार्टी Gorakhpur News

बस्ती, जेएनएन। पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि हम लोगों ने पार्टी पहले ही छोड़ दिया है। लोकसभा चुनाव के बाद ही बसपा से कोई मतलब नहीं रह गया था। भविष्य की रणनीति तय की जा रही है। जल्द ही स्थिति साफ हो जाएगी। वहीं पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार चौधरी और दूधराम ने कहा कि उन्हें निष्कासन संबंधी कोई जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो नई रणनीति बनाई जाएगी। दूसरी तरफ पार्टी नेतृत्व के इस फैसले को लेकर बसपा दो हिस्सों में बंट गई है। बसपा के पूर्व सांसद समेत आधा दर्जन वरिष्ठ नेताओं ने इस्तीफे का पत्र तैयार कर लिया। इनके पार्टी छोडऩे का ऐलान रविवार को हो सकता है।

loksabha election banner

विपिन शुक्ल ने भी दिया इस्तीफा

वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में हर्रैया विधानसभा से बसपा प्रत्याशी रह चुके विपिन शुक्ल ने भी पार्टी के चार दिग्गजों के निष्कासन के कुछ ही देर बाद इस्तीफा दे दिया। उन्होंने जागरण से बताया कि पूर्व मंत्री रामप्रसाद और पूर्व विधायकों से पार्टी की पहचान थी। इन लोगों के निष्कासन से स्पष्ट हो गया कि पार्टी अपने सिद्धांतों से भटक गई है। नेतृत्व बौखलाहट में गलत फैसले ले रहा है। इस नाते पार्टी में रहने का कोई औचित्य नहीं रह गया है।

गुलाब चंद सोनकर ने भी छोड़ी पार्टी

पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी के करीबी पूर्व प्रमुख गुलाब चंद सोनकर ने भी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। यह जानकारी देते हुए सोनकर ने बताया पार्टी दिशाहीन हो गई है। ऐसे में अब इसमें रहने का कोई मतलब नहीं रह गया है। बताया इस्तीफे की कापी उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती और जिलाध्यक्ष को भेज दी गई है। सोनकर ने बसपा से ही वर्ष 1988 में राजनीति की शुरूआत की थी। तमाम उतार चढ़ाव के बीच वह पार्टी में बने रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.