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नेपाल में अवैध रूप से रह रहे हैं अफगान नागरिक, होटलों व रिहायशी इलाकों में शुरू हुआ सर्च आपरेशन

नेपाल के काठमांडू व आसपास के क्षेत्रों में 11 अफगान नागरिक पकड़े जाने के बाद नेपाल तमाम सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई हैं। होटलों व रिहायशी इलाकों में अवैध रूप से शरण लिए अन्य अफगान के नागरिकों की तलाश में सर्च अभियान शुरू कर दिया गया है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 03:20 PM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 03:21 PM (IST)
नेपाल में अवैध रूप से रह रहे हैं अफगान नागरिक, होटलों व रिहायशी इलाकों में शुरू हुआ सर्च आपरेशन
नेपाल में अवैध रूप से रह रहे हैं अफगान नागरिक। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। नेपाल के काठमांडू व आसपास के क्षेत्रों में 11 अफगान नागरिक पकड़े जाने के बाद नेपाल तमाम सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई हैं। होटलों व रिहायशी इलाकों में अवैध रूप से शरण लिए अन्य अफगान के नागरिकों की तलाश में सर्च अभियान शुरू कर दिया गया है।

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पकडे गए अफगानियों से चल रही पूछताछ

पकड़े गए अफगान नागरिकों से नेपाल आव्रजन विभाग व अन्य जांच एजेंसियां पूछताछ में जुटी हैं। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम अमनुल्लाह मोहम्मदी, अजमल शरीफी, रोमल, अकम जजाई, इशनुल्लाह हाशमी, इमरान अलीजादा, मोहम्मद जमराइ सनिकजाई, नजीफा स्तानिकजाई, नुरुलहया स्तानिकजाई व मोहम्मद रायन स्तानिकजाई बताया है। उक्त सभी अगस्त माह में अफगानिस्तान पर हुए तालिबान के हमले के बाद वहां से अन्य देशों में शरण लेने के लिए भागे थे। जिसके क्रम में वह भारत होते हुए नेपाल पहुंचे हैं।

अफगानियों को लेकर नेपाल के 77 जिलों में अलर्ट

रोहिंग्या शरणार्थियों के बाद अब नेपाल गृह मंत्रालय ने अवैध रूप से शरण लिए अफगानी नगारिकों की पहचान व उनकी धरपकड़ के लिए अलर्ट जारी किया है। सीमावर्ती रुपनदेही, कपिलवस्तु व नवलपरासी जिला समेत सभी 77 जिले के जिला प्रशासन को निर्देश जारी किए गए हैं कि बिना पहचान व पते की पुष्टि के होटल व रिहायशी इलाकों में किराए पर कमरे न दिए जाएं।

फर्जी शरणार्थी आश्रय संस्थानों का गिरोह सक्रिय

नेपाल में पकड़े गए छह अफगान नागरिकों के पास भारतीय आधारकार्ड बरामद हुए हैं। जांच एजेंसियों की पुछताछ उन्होंने बताया है कि कुछ लोगों ने उन्हें शरणार्थी आश्रय संस्थान का कर्मचारी बताकर सोनौली सीमा से बेलहिया के रास्ते नेपाल प्रवेश कराया और फिर सुरक्षित काठमांडू पहुंचा कर रिहायशी इलाकों में कमरा दिलवाया है। भारतीय आधारकार्ड भी उन्हीं शरणार्थी आश्रय संस्थान के कर्मचारियों ने बनवाए थे। नेपाल में शरण लेने के लिए उनसे काफी रकम वसूली गई है। नेपाल की जांच एजेंसियां फर्जी शरणार्थी संस्थानों व उनसे जुड़े धंधेबाजों की तलाश में भी जुट गई है।

अफगानिस्‍तान में तालिबान के कब्‍जे के बाद नेपाल पहुंचे हैं अफगानी

नेपाल केंद्रीय अनुसंधान ब्‍यूरो के डीआइजी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पकड़े गए 11 अफगान नागरिकों को आव्रजन विभाग के सुपुर्द किया गया। सभी अफगान नागरिक अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हुई हिंसा के भय से भागे हैं और भारत के रास्ते बिना प्रवेश के कागजी कोरम पूरा किए नेपाल में आ गए थे। अन्य अफगान नागरिकों की तलाश चल रही है।


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