कोरोना से बचाव को प्रशासनिक अफसर भी सुझा रहे नुस्खे Gorakhpur News
उन्होंने अपने वाट्सएप ग्रुप से जुड़े कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि फील्ड में लोगों को आयुर्वेदिक उपाय अपनाने के तौर-तरीकों के बारे में भी बताएं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से बचाव को अब प्रशासनिक अफसर भी आयुर्वेदिक नुस्खे अपनाने पर जोर दे रहे हैं। मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर के बाद अब ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गौरव सिंह सोगरवाल भी लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयर्वेदिक औषधियों के इस्तेमाल के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने अपने वाट्सएप ग्रुप से जुड़े कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि फील्ड में लोगों को आयुर्वेदिक उपाय अपनाने के तौर-तरीकों के बारे में भी बताएं। इसके लिए गांवों में चल रहे स्वास्थ्य कैंपों में भी ग्रामीणों को इसकी उपयोगिता के बारे में बताया जा रहा है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि गांवों में आयुर्वेदिक दवाओं के निश्शुल्क वितरण के लिए अलग से कैंप लगाए जाएंगे। इसकी कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
इन उपायों से सुधरेगी सेहत, मिलेगी कोरोना को मात
तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, सोंठ (सूखी अदरक) एवं मुनक्का से बनी हर्बल टी या काढ़ा दिन में एक से दो बार पीयें। स्वादानुसार इसमें गुड़ या ताजा नींबू मिला सकते है। गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी चूर्ण यानि गोल्डेन मिल्क-150 मिली दिन में एक से दो बार लें। सामान्य आयुर्वेदिक उपाय के लिए सुबह एवं शाम तिल, नारियल तेल या घी नाक के दोनों छिद्रों में लगाएं। केवल एक चम्मच तिल या नारियल तेल लेकर दो से तीन मिनट तक कुल्ले की तरह मुंह में घुमाएं, उसके बाद उसे कुल्ले की तरह थूक दें फिर गरम पानी से कुल्ला कर लें। ऐसा दिन में एक से दो बार करें। सामान्य उपाय के लिए पूरे दिन केवल गरम पानी पीयें। प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन प्राणायाम एवं ध्यान करें। हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालों का भोजन बनाने में प्रयोंग करें। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढा़ने हेतु दूध के साथ 10 ग्राम च्यवनप्राश सुबह लें। मधुमेह के रोगी शुगर फ्री च्यवनप्राश लें। खांसी या गले में खरास के लिए दिन में एक बार कम से कम पुदीने का पत्ता या अजवाइन डालकर पानी भाॅप लें। खांसी या गले में खरास होने पर लौंग के चूर्ण में गुड़ या शहद मिलाकर दिन में दो या तीन बार लें। यह उपाय सामान्य सूखी खांसी के लिए लाभदायक है, फिर भी यदि लक्षण बने रहते है तो डाक्टर से परामर्श लें।